NEET पेपर लीक- CBI रिमांड पर चिंटू-मुकेश, 6 राज्यों में चल रही है CBI की जांच

NEET पेपर लीक की जांच कर रही CBI की टीम झारखंड में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक को एक बार फिर स्कूल लेकर गई। मड़ई रोड स्थित स्कूल में सुबह 10:40 बजे से जांच जारी है। CBI ने प्रिंसिपल को रातभर गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा था।
एजेंसी को शक है कि ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक किया गया है। CBI की टीम ने 8 लोगों को पकड़ा है, इन सभी से पूछताछ जारी है।
इधर, दोपहर 1 बजे CBI की टीम पटना की बेऊर जेल पहुंची। जहां आरोपी चिंटू और मुकेश का मेडिकल कराया और दोनों 8 दिन की रिमांड पर लिया। बताया जा रहा है कि टीम दोनों को अलग-अलग लोकेशन पर ले जाकर पूछताछ करेगी।
चिंटू NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का रिश्तेदार है। दावा है कि चिंटू के मोबाइल पर ही पेपर आया था। जबकि मुकेश गाड़ी से कैंडिडेट्स को उस स्कूल में ले गया था, जहां सवालों के जवाब रटवाए गए थे।
6 राज्यों में चल रही है CBI की जांच
CBI 6 राज्य बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों के आपस में संबंधों की पड़ताल कर रही है। जिससे मास्टरमाइंड का पता चल सके। CBI को शक है कि लीक मामले में विभिन्न राज्यों में गिरफ्तार आरोपी केवल कांट्रैक्टर हैं, असली अपराधी कोई और है।
राज्यों में कांट्रैक्टर के माध्यम से पेपर स्टूडेंट्स तक पहुंचा था। लीक से जुड़े पुराने अपराधियों से भी पूछताछ होगी। वह पुराने आरोपियों के रिकार्ड को निकाल रही है।
सीसीएल के गेस्ट हाउस में पूछताछ
बुधवार को दिन भर सीबीआई की टीम ने स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक से स्कूल और चरही गेस्ट हाउस में पूछताछ की थी। लगभग 19 घंटे के बाद भी CBI की पूछताछ जारी है। CBI को कुछ सुराग मिले हैं। बुधवार को कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब्त किए गए थे। वहीं, स्कूल से CBI ने पैकिंग बॉक्स, काटे गए ताले, प्रश्नपत्र का पैकेट और CCTV फुटेज जब्त किया है। हिरासत में लिए गए प्रिंसिपल और कूरियर स्टाफ को आज पटना ले जाया जा सकता है।
कल CBI ने हजारीबाग में स्कूल समेत तीन जगह निरीक्षण किया
EOU की रिपोर्ट को आधार बनाकर CBI ने 3 घटनास्थल का निरीक्षण किया। मिले सबूतों के आधार पर आरोपी और अभ्यर्थियों के मोबाइल लोकेशन को मिला रही है। आरोपी 6 महीने के अंदर कहां-कहां गए और किनसे मुलाकात की, इसकी जांच भी कर रही है।
प्रिंसिपल ने CBI को बताया- डिजिटल लॉक नहीं खुला, आरी से काटा मैन्युअल लॉक
प्रिंसिपल ने CBI को बताया कि परीक्षा के दिन सुबह 8.30 बजे बैंक से क्वेश्चन पेपर मिला। 5 सेंटर्स के क्वेश्चन पेपर का बॉक्स उन्होंने सेंटर सुपरिनटैंडैंट को सौंपा। सेंटर सुपरिनटैंडैंट और ऑब्जर्वर इन्हें लेकर एग्जाम सेंटर गए और कंट्रोल रूम में रखा। बॉक्स में लगे डिजिटल लॉक को दोपहर 1.15 बजे अपने आप खुल जाना था, लेकिन नहीं खुला।
दूसरा ताला मैन्युअल आरी से काटना था। NTA से निर्देश मिलने के बाद 1.30 बजे डिजिटल लॉक को काटकर खोला गया। 1:30 बजे एग्जाम हॉल में स्टूडेंट्स को पेपर मिलना था, पर उन्हें 1.45 बजे पेपर दिया गया। बॉक्स के अंदर रखे टैंपर प्रूफ पैकेट को सिटी को-ऑर्डिनेटर, ऑब्जर्वर, सेंटर सुपरिनटैंडैंट, डिप्टी सेंटर सुपरिनटैंडैंट और दो स्टूडेंट्स से चेक करवाने का नियम है।
इमरजेंसी प्रस्ताव के समर्थन में देखिए क्या बोले कंगना और चिराग…