मुंबई। बॉलीवुड में डांसिंग क्वीन के नाम से मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का 71 की उम्र में गुरुवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे कई दिन से सांस लेने में तकलीफ के कारण बांद्रा के हॉस्पिटल में भर्ती थीं। हालांकि, उनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था।
उनके पार्थिव शरीर को रात में ही परिजनों को सौंप दिया गया था। उनकी छोटी बेटी सुकन्या ने बताया कि लॉकडाउन नियमों को देखते हुए अम्मी को सुबह सात बजे मलाड स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। परिवार ने तय किया है उनकी याद में प्रार्थना सभा तीन दिन की जाएगी। सरोज के परिवार में उनके पति बी. सोहनलाल, बेटा हामिद खान, दो बेटियां हिना और सुकन्या हैं।
24 जून को अस्पताल में भर्ती हुईं थीं
24 जून से ही सरोज की तबीयत खराब थी। उन्हें मुंबई के बांद्रा स्थित गुरु नानक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। इसके बाद कोरोना टेस्ट कराया गया। ये निगेटिव रहा था। इसके बाद कहा जा रहा था कि उनकी तबियत सुधर रही है।
दो हजार गानों में दिखे सरोज के डांस स्टेप्स
40 साल के करियर में सरोज खान ने करीब दो हजार गाने कोरियोग्राफ किए। उन्होंने तीन बार नेशनल अवॉर्ड भी जीता। सरोज खान ने नच बलिए’, ’उस्तादों के उस्ताद’, ’नचले वे विद सरोज खान’, ’बूगी-वूगी’, ’झलक दिखला जा’ जैसे कई रियलिटी शो में बतौर जज बनकर नई प्रतिभाओं को सामने लाने में अपनी योगदान दिया।