नई दिल्ली। राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच सचिन पायलट ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया, लेकिन पार्टी में बनाए रखा है। सचिन पायलट ने स्पष्ट कर दिया है कि वे भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं और आगे की रणनिति पर काम कर रहे हैं। इस बीच राजस्थान विधानसभा स्पीकर ने सचिन पायलट समेत सभी 19 बागी कांग्रेस विधायकों को नोटिस जारी किया है।
इन सभी को पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर यह नोटिस जारी किया गया है। इन्हें 17 जुलाई तक अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है। यदि स्पीकर सीपी जोशी अब इनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो इनकी सदस्यता समाप्त की जा सकती है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सचिन पायलट को पार्टी में शामिल होने का निमंत्रण तो दिया है लेकिन सूत्रों के अनुसार सचिन पायलट अलग मोर्चा बनाने की तैयारी में हैं। भाजपा भी इस मामले में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। राजस्थान के भाजपा नेताओं ने कहा कि उनकी पार्टी के दरवाजे किसी भी व्यक्ति के लिए खुले हैं, जो उसकी विचारधारा पर भरोसा व्यक्त करते हैं। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, अगर कोई जनाधार वाला व्यक्ति भाजपा या किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होता है, तो हर कोई उसका स्वागत करता है।