जगदलपुर। भूपेश सरकार में मंत्री कवासी लखमा के आजकल बदले बदले से तेवर देखने को मिल रहे है जी हां जगदलपुर में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारो ने मंत्री कवासी लखमा से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की अपेक्षा और नाराजगी पर सवाल किया तो कवासी लखमा पत्रकारों पर ऐसा भड़के की उन्हें आरएसएस करारा दे दिया।
इस बात को लेकर मंत्री और पत्रकारों के बीच बहस भी हुई। लखमा के द्वारा दिये गए बयान के बाद स्थानीय पत्रकारो ने नाराजगी जाहिर करते हुए मंत्री कवासी लखमा को पत्रकारों से माफी मांगने की बात कही है। वरिष्ठ पत्रकार एस.करीमुद्दीन ने भी इस बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए नाराजगी व्यक्त की साथ ही उन्होंने मंत्री से माफी मांगने की बात भी कही है।
आपको बताना चाहेंगे कि मंत्री बनने के बाद ऐसे कई विवादित बयान दे चुके हैं, मंत्री कवासी लखमा ने केसरिया रंग को लेकर तो कभी अधिकारियों को सार्वजनिक तौर पर फटकार लगाने को लेकर इस बार तो हद ही पार हो गया क्योंकि इस बार मंत्री ने पत्रकारों के ऊपर आरएसएस का पक्ष लेने को लेकर विवादित बोल बोले। मंत्री बनने के बाद अचानक से इस बदलाव को देख कई कांग्रेसी कार्यकर्ता भी नाराज चल रहे हैं।
पूर्व के भाजपा सरकार में उपकृत पा रहे ठेकेदार सलवा जुडूम नेता रामभवन कुशवाहा एवं ठेकेदारी कर रहे राजा राठौर जिनके पूर्व मुख्यमंत्री से काफी नजदीकी संबंध थे। इन्हीं लोगों को उपकृत किए जाने को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ता नाराज चल रहे है, इसी प्रश्न को लेकर आज एक पत्रकार ने मंत्री कवासी लखमा से प्रश्न किया था, जिस पर मंत्री लखमा भड़कते हुए सवाल पर पत्रकार को आरएसएस की भाषा बोलने का आरोप लगा दिया।
जिसके बाद पत्रकार भी काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं। पत्रकारों को आरएसएस की भाषा बोलने का आरोप लगा दिया है, इसे सरकार की कथनी और करनी का अंदाजा लगाया जा सकता है। पत्रकारिता को देश का चौथा स्तंभ माना गया है वह किसी भी पार्टी से नहीं होते हैं इसके बावजूद भी मंत्री जी ने पत्रकारों पर इस प्रकार का आरोप लगाया है।