जिन्दल स्टील प्लांट में मनाया गया गणतंत्र दिवस, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली भारतीय अर्थव्यवस्था मे हमारा उत्तरोत्तर सहयोग अपेक्षित: नवीन जिन्दल
रायपुर- जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड में 26 जनवरी बुधवार को 73वे गणतंत्र दिवस उत्सव मनाया गया. इस दौरान जिंदल ने अपने सभी कर्मचारियों को 73वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी. वही स्वस्थ रहने, सतर्क रहने और सकरात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी.
इसके साथ ही जे.एस.पी. ने अपने कर्मचारियों में संचार कौशल विकसित करने और उन्हें सुनने के लिए बेस्ट प्लेस टू वर्क पर काम करना शुरू किया है ताकि संस्थान के विकास में प्रत्येक व्यक्ति की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो सके। हमारा लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय एक ऐसा संस्थान बनना है, जिससे जुड़कर युवा इंजीनियर और अन्य प्रोफेशनल्स गर्व की अनुभूति करें।
इस अवसर पर समूह के चेयरमैन नवीन जिंदल ने कहा कि आपने निश्चित रूप से “थ्योरी औफ कन्सट्रेंट्स” को समझा होगा और एक्सट्रीम ओनरशिप, द वन थिंग पढ़ी होगी। कोई भी कंपनी तभी आगे बढ़ती है, जब उसके सदस्य निरंतर अपना ज्ञान बढ़ाते रहें और अपनी कार्यशैली का विकास करते रहें ताकि उनमें नेतृत्व की भावना उत्पन्न हो। सच्चा लीडर वही है जो दायित्व संभालने में न डरे क्योंकि नाकामयाबी के लिए वह जिम्मेदार है तो कामयाबी का श्रेय भी उसे ही मिलता है।
हम प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस बहुत गर्व और उत्साह के साथ मनाते हैं क्योंकि इसी दिन संविधान लागू हुआ था। हमें गर्व है कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। इस अवसर पर में डॉ. राजेंद्र प्रसाद, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और सभी संविधान निर्माताओं को नमन करता हूं।
भारतीय गणतंत्र के तीन अंग हैं – विधानपालिका, कार्यपालिका और न्याय पालिका। लेकिन इन तीनों अंगों की शक्तियां “हम भारत के लोग” में समाहित हैं क्योंकि लोगों से ही राष्ट्र बनता है। “हम भारत के लोग” ही गणतंत्र का संचालन करते हैं। संविधान ने हम सभी को स्वतंत्र देश के नागरिक के रूप में कुछ अधिकार प्रदान किये हैं तो न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के मूलभूत सिद्धांतों के प्रति सदैव कटिबद्ध रहना हमारा भी कर्तव्य है।
नीलेश टी. शाह ने कहा कि नवीनतम टेक्नोलॉजी के साथ ही आज के युग में प्रतिस्पर्धा में आगे आना सम्भव हो सकेगा, इसी पथ पर जिन्दल स्टील आगे बढ़ रहा है. हमें गर्व है कि जे.एस.पी. इस देश के विकास में अपनी भूमिका पूरी जिम्मेदारी से निभा रही है। ये हमारा सौभाग्य है कि हमसभी के प्रेरणास्रोत और कंपनी के संस्थापक चेयरमैन बाऊजी श्री ओपी जिन्दल जी स्वदेशी के हिमायती थे। उन्होंने अपने हाथों से अनेक मशीनें बनाईं और स्टील एवं पावर सेक्टर में आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार किया। उनकी नीतियों ने भारत के करोड़ों लोगों को अपने पांव पर खड़े होने के लिए प्रेरित किया।
अरविंद त्यागी ने कहा कि आदरणीय चेयरमैन सर के प्रयासों से देशवासियों को साल के 365 दिन सम्मानपूर्वक तिरंगा फहराने की आजादी मिली है। पहले गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे मौकों को छोड़कर आम नागरिकों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अनुमति नहीं थी। लेकिन चेयरमैन सर ने देश की जनता को यह अधिकार दिलाने का संकल्प लिया और इसके लिए एक दशक से ज्यादा लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। 23 जनवरी 2004 को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में पूरे सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज को स्वतंत्र रूप से प्रदर्शित करने का मौलिक अधिकार देश के नागरिकों को दिया।
यह सिर्फ हमारी नहीं, तिरंगे को लेकर पूरे देश की भावनाओं की जीत थी। आज फ्लैग फाउन्डेशन के माध्यम से देश भर में 100 फुट और 207 फुट के 90 से अधिक विशालकाय ध्वजस्तंभ लगे हैं ताकि देशवासियों में देशभक्ति की भावना का संचार होता रहे। तिरंगा जेएसपीएल के विकास का प्रेरणास्रोत है। हमें विश्वास है कि हम आत्मनिर्भर भारत के सपने साकार करने में कामयाब होंगे।