
नई दिल्ली। चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Election) पर वोटिंग खत्म हो गई है। जहां कांग्रेस ने राजस्थान की तीन सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं एक सीट बीजेपी के खाते में आई है।
बता दें कि राजस्थान कांग्रेस शासित प्रदेश है जिसमें बीजेपी को सिर्फ एक सीट मिल पाया है। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा हार गए हैं। वहीं सत्ताधारी कांग्रेस ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी और मुकुल वासनिक ने राज्य सभा चुनाव में जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी की तरफ से घनश्याम तिवारी को जीत मिली है।
राज्यसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान हो गया है। कांग्रेस ने तीन सीटें तो वहीं बीजेपी ने एक सीट हासिल की है। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा हार गए हैं। घनश्याम तिवारी को राज्यसभा चुनाव में 43 वोट, प्रमोद तिवारी को 41, रणदीप सुरजेवाला को 43 और मुकुल वासनिक को 42 वोट मिले हैं। वहीं सुभाष चंद्रा को 30 वोट मिले हैं। कांग्रेस के तीन सीटें जीतने पर सीएम अशोक गहलोत ने खुशी जाहिर की है।
चुनाव में बीजेपी विधायक ने की क्रॉस वोटिंग
राज्यसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद कांग्रेस काफी उत्साहित है। निर्दयीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा बीजेपी के समर्थन के बाद भी सिर्फ 30 वोट ही पा सके। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और मुकुल वासनिक को अतिरिक्त वोट मिले। जानकारी के मुताबिक बीजेपी विधायक शोभारानी ने क्रॉस वोटिंग की। इसी तरह से बीजेपी के घनश्याम तिवारी को भी दो वोट अतिरिक्त मिले।
बीजेपी विधायक की प्रमोद तिवारी को मिली वोट
राज्यसभा चुनाव में धौलपुर से बीजेपी की विधायक शोभारानी कुशवाहा ने क्रॉस वोटिंग की। उनका वोट कांग्रेस के प्रमोद तिवारी के पाले में चला गया। सुभाष चंद्रा की हार के बाद सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर होर्स ट्रेडिंग की कोशिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि संख्याबल के हिसाब से कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत पहले से तय थी।
सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की विजय लोकतंत्र की जीत बताया। इसके साथ ही उन्होंने तीनों नवनिर्वाचित सांसदों प्रमोद तिवारी, मुकुल वासनिक और रणदीप सुरजेवाला को बधाई दी। उन्होंने विश्वास जताया कि तीनों सांसद दिल्ली में राजस्थान के हक की मजबूती से पैरवी कर सकेंगे। सीएम गहलोत ने कहा कि ये शुरू से ही साफ था कि कांग्रेस के पास तीनों सीटों के लिए जरूरी बहुमत है, लेकिन बीजेपी एक निर्दलीय को उतारकर हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश की। लेकिन कांग्रेस विधायकों की एकजुटता ने बीजेपी की इस कोशिश का करारा जवाब दिया है। अशोक गहलोत ने कहा कि 2023 विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी को इसी तरह हार का सामना करना पड़ेगा।