राजीव गांधी के हत्यारे रिहा हो गए अब मुझे भी आजाद कीजिए, पत्नी के हत्यारे श्रद्धानंद ने मांगी रिहाई
नई दिल्ली। अपनी पत्नी की हत्या करने के लिए उम्र कैद की सजा काट रहे 80 साल के स्वामी श्रद्धानंद ने सुप्रीम कोर्ट से रिहाई की गुहार लगाई है। उन्होंने दलील दी है कि अब तो राजीव गांधी के हत्यारों को भी छोड़ दिया, तो मुझे भी छोड़ दिया जाए। स्वामी श्रद्धानंद के वकील ने चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ के पास याचिका दायर की है। श्रद्धानंद अपनी पत्नी शकीरा की हत्या के आरोप में 1994 से जेल में सजा काट रहे हैं।
श्रद्धानंद उर्फ मुरली मनोहर मिश्रा ने 28 अप्रैल 1991 को पत्नी शकीरा नमाजी की नशीला पदार्थ खिला दिया था। इसके बाद उसे बेंगलुरु स्थित अपने विशाल बंगले के अहाते में जिंदा दफना दिया था। पत्नी की हत्या के मामले में वह अभी आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।
श्रद्धानंद ने राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों की तरह जेल से रिहा होने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। श्रद्धानंद ने रिहाई की अर्जी में कहा कि वह एक भी दिन की पैरोल लिए बगैर 29 साल जेल में बिता चुका है। राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों की तरह उसकी रिहाई नहीं होना समानता के अधिकार के उल्लंघन का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।