
रायपुर। छत्तीसगढ़ के त्रिवेणी संगम राजिम में आज से शुरू हो रहा है राजिम कुंभ कल्प। 26 फरवरी महाशिवरात्री तक श्रद्वालु लगाएंगे आस्था की डुबकी। आज माघ पूर्णिमा के अवसर पर सुबह से ही त्रिवेणी संगम में हजारों श्रद्धालुओं ने महानदी में आस्था की डुबकी लगाकर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया।
राजिम कुंभ कल्प ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक एवं धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में अपनी पहचान बनाई है। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत है, बल्कि सांस्कृतिक समृद्धि और सामाजिक एकता का संदेश भी देता है।
राजिम कुंभ कल्प का आज शाम राज्यपाल रेमन डेका शुभारंभ करेंगे। उद्घाटन कार्यक्रम में बॉलीवुड पार्श्व गायिका मैथिली ठाकुर विशेष प्रस्तुति देंगी।
20 साल बाद बदला मेले का स्वरूप
राजिम कुंभ इस बार कुछ विशेष तैयारियों और बदलाव के साथ होगा। करीब 20 साल बाद मेला स्थल को बदला गया है। मेला अब संगम स्थल में नहीं, बल्कि वहां से 750 मीटर दूर लक्ष्मण झूला और चौबे बांधा के बीच लग रहा, जहां 54 एकड़ भूमि पर भव्य मंच तैयार किया गया है।
आध्यात्मिकता और संस्कृति का होगा विशेष आयोजन
इस वर्ष मेले की थीम “पंचकोशी धाम” पर आधारित होगी, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिकता और संस्कृति का भव्य अनुभव प्रदान करेगी। इस आयोजन के तहत धार्मिक अनुष्ठान, प्रवचन, संत समागम और आध्यात्मिक संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा।
21 से 26 फरवरी तक संत समागम
राजिम कुंभ मे 21 फरवरी से 26 फरवरी तक विराट संत समागम का आयोजन होगा। इस दौरान 12 फरवरी माघ पूर्णिमा, 21 को जानकी जयंती और 26 महाशिवरात्रि के दिन पर्व स्नान होंगे। इसके साथ ही शाही जुलूस भी निकाली जाएगी। राजिम कुंभ कल्प मेले में देशभर से साधु-संतों, कथा वाचकों और श्रद्धालुओं का आगमन होगा। धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ स्थानीय संस्कृति, लोककला और आध्यात्मिक संगोष्ठियों का आयोजन इस बार के कुंभ कल्प मेले में विशेष आकर्षण होंगे।