RAIPUR MURDER CASE : अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, मृतिका का पड़ोसी ही निकला हत्यारा

रायपुर। रायपुर पुलिस ने गोबरानवापारा थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम लखना में हुये अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। जिसमें मृतिका का पड़ोसी ही आरोपी निकला। जानकारी के अनुसार रोज-रोज गाली गलौच कर मानसिक रूप से प्रताड़ित करना, हत्या का कारण बना। यह पूरा मामला थाना गोबरानवापारा ग्राम लखना का है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रार्थी खोरबहरा राम निषाद ने थाना गोबरानवापारा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रार्थी की बुआ केशर बाई निषाद पति स्व. कार्तिक राम निषाद उम्र 57 साल निवासी जोगीबाबा पारा, लखना थाना गोबरानवापारा रायपुर अपने मकान में अकेले रहती थी। 20 मई 2022 को केशर बाई निषाद रात में अपने घर में सोई थी। 21 मई को प्रातः 08.00 बजे तक केशर बाई निषाद सोकर नही उठने पर प्रार्थी जाकर देखा तो केशर बाई निषाद मृत अवस्था में अपने बिस्तर पर पड़ी थी। गले के बायें तरफ में खरोंच कालापन का निशान था। मृतिका के शाॅर्ट पी.एम. रपोर्ट में डाॅक्टर द्वारा मृतिका की मौत गला दबाने पर दम घुटने से मृत्यु होना लेख किया गया। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना गोबरानवापारा में अपराध क्रमांक 221/22 धारा 302 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
हत्या की उक्त घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभिरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कीर्तन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक अटल नगर जितेन्द्र चंद्राकर, प्रभारी एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट तथा थाना प्रभारी गोबरानवापारा को जल्द से जल्द अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकरियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट तथा थाना गोबरानवापारा की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना के संबंध में प्रार्थी एवं घर के अन्य सदस्यों तथा आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया। अज्ञात आरोपी की पतासाजी के संबंध में मुखबीर लगाने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से भी अज्ञात आरोपी को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे।
पूछताछ के दौरान टीम के सदस्यों को जानकारी प्राप्त हुई की मृतिका के पड़ोस में रहने वाले देवराज यादव का मृतिका से पुरानी बातों को लेकर हमेशा विवाद होता था। जिस पर जिससे टीम के सदस्यों द्वारा देवराज यादव के संबंध में जानकारी एकत्र करना प्रारंभ किया गया। इसी दौरान टीम के सदस्यों को जानकारी प्राप्त हुई की देवराज यादव देर रात्रि मृतिका के घर के आस-पास संदिग्ध अवस्था में घूमते देखा गया था, कि देवराज यादव को पकड़कर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा हत्या की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया।
आरोपी देवराज यादव ने पूछताछ में बताया कि मृतिका केशर बाई निषाद देवराज यादव एवं उसके परिवार के लोगों को रोज रोज गाली गलौच कर मानसिक रूप से प्रताड़ित करती थी जिससे परेशान होकर आरोपी ने मौका पाकर दिनांक घटना को मृतिका के घर जाकर सोये हालत में मृतिका का गला दबाकर उसकी हत्या कर दिया। जिस पर आरोपी को गिरफ्तार कर कब्जे से घटना दिनांक को पहने हुये कपड़े को जप्त कर आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही की गई।