नई दिल्ली। दुनिया के तीसरे नंबर के टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने गुरुवार को विंबलडन और टोक्यो ओलंपिक से हटने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने अपनी तैयारी और फिटनेस का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि अभी अभी फ्रेंच ओपन समाप्त हुआ है। दो सप्ताह बाद विंवलडन शुरू होने वाला है। दोनों टूर्नामेंटों के बीच केवल 14 दिन का समय रखा गया है। नडाल ने कहा कि क्ले कोर्ट पर खेलने के बाद इतना जल्दी शरीर को रिकवर करना आसान नहीं होता है। ऐसे में मेरे लिए खेलना असंभव था।
35 साल के नडाल ने कहा कि यह फैसला लेना मेरे लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था, लेकिन अपने शरीर को देखते हुए और अपने करियर को बड़ा करने के लिए यह निर्णय लेना जरूरी था। उन्होंने कहा कि मैं प्रोफेशनल लक्ष्यों को हासिल करने के लिए शीर्ष स्तर पर अपना दम दिखाना चाहता हूं, क्योंकि इससे मुझे खुशी मिलती है।
गौरतलब है कि टलाल बजरी के बादशाहश् राफेल नडाल को पिछले हफ्ता फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। सर्बियाई स्टार नोवाक जोकोविच ने चार से ज्यादा घंटे तक चले इस मुकाबले में नडाल को 3-6, 6-3, 7-6 (4), 6-2 से शिकस्त दी थी। जोकोविच ने पहला सेट गंवाने के बाद वापसी की और नडाल की 14वें फ्रेंच ओपन और रिकॉर्ड 21वें ग्रैंडस्लैम खिताब की उम्मीद तोड़ दी।
बता दें कि विंबलडन इस साल 28 जून से खेला जाएगा। पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के कारण इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को रद्द कर दिया गया था। वहीं, टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत 23 जुलाई से हो रही है जो 8 अगस्त तक चलेगा।