रायपुर। पीरों के पीर दस्तगीर गौसुल आजम शेख अब्दुल कादिर जिलानी गौसे पाक की याद में छत्तीसगढ़ गौसुल आज़म कमेटी के बैनर तले
शहर के लोगों ने उत्साह और उमंग के साथ जुलूसे गौसिया निकाला। जुलूस में गौस पाक के दीवाने गौस का दामन नहीं छोड़ेंगे के नारे लगाते चल रहे थे। यह जुलूस बैजनाथपारा महबुबिया चौक पर शहर के अलग-अलग मोहल्लों और इलाकों से आया जुलूस इकट्ठा हुआ और वहां से विशाल जुलूस निकला। शहर के अलग-अलग इलाकों से निकलकर सीरत मैदान में पहुंचा। वहां परचम कुशाई की रस्म अदा की गई।
ग्यारहवीं शरीफ के महीने में निकाले गए जुलूस में शहर के सभी वर्ग के लोग शामिल हुए। जुलूस का शहर के सभी समाज के लोगों ने जगह-जगह स्वागत किया। गौसे पाक की याद में मुस्लिम समाज के लोगों ने घरों में फातिहा भी दिलाई। फातिहा के बाद लोगों के घरों में तबर्रुक भी बांटे गए। कई जगहों पर आम लंगर का भी इंतजाम किया गया। गौसे पाक की याद में निकले जुलूस में शामिल होने के लिए उनके दीवाने दोपहर को जोहर की नमाज के बाद अपने-अपने मोहल्लों से जुलूस की शक्ल में बैजनाथपारा पहुंचे। वहां से शाम करीब 4 बजे जुलूस की शुरुआत हुई। जुलूस शेर अली आगा चौक से नगर घड़ी, अंबेडकर चौक होते हुए मौदहापारा पहुंचा। मौदहापारा से बांबे मार्केट होते हुए जुलूस बांस टाल और वहां से शास्त्री बाजार से गुजरते हुए सीरत मैदान पहुंचा। यहां मगरिब की नमाज भी अदा की गई। गौसुल आजम कमेटी की ओर से इस अवसर पर गौसुल कांफ्रेंस का भी आयोजन किया गया।
जुलूस के स्वागत के लिए कई जगहों पर फूलों की बारिश की गई।जुलूस में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। लोगों ने एक-दूसरे को ग्यारहवीं शरीफ के महीने की मुबारकबाद भी दी। कमेटी के जनरल सेक्रेटरी नदीम मेमन ने बताया की गौसुल आजम अवार्ड 2022 (5000रु) से कारी अब्दुल समद साहब मठपुरैना को दिया गया एवं शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मुफक्किरे इस्लाम अकबर अली फारुखी अवार्ड से मास्टर शेख जुम्मन एवं प्रोफेसर खादिम हुसैन व डॉ रमीज पठान को दिया गया वही वह से गौसे पाक पीर साहब की जीवनी पर निबंध प्रतियोगिता में पहला इनाम(3100रु) महविश परवीन गरीब नवाज स्कूल, दूसरा इनाम(2100रु) जाबिरउद्दीन लिटिल फ्लावर स्कूल, तीसरा इनाम (1100रु) अहमद रजा इकरा स्कूल को दिया गया वही बेहतरीन जुलूस का इनाम पहला संतोषी नगर गिट्टी खदान, दूसरा इनाम इस्लामिक क्लब नेहरू नगर व तीसरा इनाम या ख्वाजा संजरी ग्रुप कोटा को दिया गया।
इसमें प्रमुख रूप से कमेटी के बदरुद्दीन खोखर , मास्टर इकबाल जनरल सेक्रेटरी नदीम मेंमन ,मो. फुरकान सदर, हाजी शेख नाजिमुद्दीन,हसरत खान, कारी इमरान अशरफी, ,शेख इमरान ,हाफिज अब्दुल रज्जाक,हाफिज जहिरुद्दीन रमीज अशरफ,कादिर भाई ,नासिर भाई ,अलतमश लोया,फैज मेमन,जैद लोधिया,रमीज अशरफ़, शकिल चौहान,सैय्यद राजिक अली,आदि मौजूद थे।