नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सीनियर एडवोकेट विकास सिंह के धरना देने की धमकी से गुरुवार को चीफ जस्टिस के अदालत कक्ष का माहौल थोड़ी देर के लिए तनावपूर्ण हो गया। विकास सिंह बार की सुविधाओं से जुड़े सुप्रीम टावर बनाने के मामले को लेकर नाराज थे। उन्होंने कहा कि वो छह बार इस कोर्ट में मेंशन कर चुके हैं, लेकिन अदालत सुनवाई नहीं कर रही है।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सीजेआई का पद ग्रहण करते ही अदालत में ऐलान किया था कि उनका कोर्ट रूम स्ट्रेस फ्री यानी तनाव मुक्त रहेगा। सब अपनी बात खुलकर रख सकते हैं। विकास सिंह ने बार के एक मामले को सातवीं बार मेंशन करते हुए सीजेआई से कहा दिया कि बार की सुविधाओं से जुड़े सुप्रीम टावर बनाने को लेकर वो छह बार इस कोर्ट में मेंशन कर चुके हैं, लेकिन अदालत सुनवाई नहीं कर रही है। हार कर उन्हें सीजेआई के आवास के सामने धरना देना पड़ेगा।
इस पर सीजेआई ने कहा कि शांत हो जाइए, आप बार के नेता हैं। ये कोई तरीका है ऐसे बरताव का? ये कोई अच्छा तरीका नहीं है, ये स्वीकार्य भी नहीं है। अदालत की गरिमा का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि मैं भी भारत का चीफ जस्टिस हूं। पिछले 22 साल से इस पेशे में हूं, लेकिन ऐसा बर्ताव आज तक नहीं देखा। ये मत सोचिएगा कि आपके इस रवैये से मैं दबाव में आ जाऊंगा।