
रायपुर। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे और मंत्री शिव कुमार डहरिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ली. यह कॉन्फ्रेंस कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में लिया गया. जहां रविंद्र चौबे ने राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए रोजगार पर जानकारी दी. चौबे ने कहा पूरे प्रदेश में रोजगार के लिये बहस छिड़ी हुई है. हमारी सरकार के 3 साल में 2 साल कोरोना में निकल गए हैं फिर भी छत्तीसगढ में दूसरे राज्य की तुलना में बेरोजगारी दर बेहद कम है।
पीएम मोदी ने 2 करोड़ रोजगार का वादा किया था. लेकिन कोरोना काल मे देश मे कितने लोगों का रोजगार छिन गया। घर लौटते समय कई लोग मौत का शिकार हो गए। रोजगार के अभाव मौत पर भी पीएम मोदी ने संवेदना व्यक्त नहीं की.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का पैकेज रोजगार के लिए घोषणा की थी. दुर्भाग्य है 20 पैसा भी किसी के खाते में नहीं आया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के 5 सिंह अमेरिका के texas गए थे. वहां से लौटने के बाद छत्तीसगढ़ में इन्वेस्टर मीट किये. पौने 4 लाख करोड़ के एमओयू हुए लेकिन पौने चार रुपये का निवेश नहीं आया किसी को रोजगार नहीं मिला। ताजे आंकड़ों में छत्तीसगढ में बेरोजगारी दर 2.9 प्रतिशत है। देश में 7.9 बेरोजगारी दर है। 15 साल डॉ रमन सिंह ने आउटसोर्सिंग कर रहे थे. लोगों को नौकरी देने में असमर्थ थी. केंद्र से 32000 करोड़ मिलने है. उसके बाद भी इतने रोजगार उपलब्ध कराए ,है वो प्रशंसा का विषय है.
मंत्री रविंद्र चौबे ने इसके साथ कई अन्य आंकड़ों को पेश करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किये। वहीं मंत्री शिवकुमार डहरिया ने भी कई आरोपों के साथ आंकड़ों के पुल बंधी।