
बिहार। गया जिले के लुटुआ थाना अंतर्गत जंगल में 84 लाख के इनामी माओवादी संदीप यादव की मौत की खबर सामने आई है। आशंका जताई जा रही है कि जहर देकर संदीप की जान ली गई है, क्योंकि संदीप के चेहरे समेत शरीर के कई हिस्सों में निशान मिले हैं। संदीप कुमार उर्फ विजय यादाव बाबूराम डीह गांव का रहने वाल था। उसकी पत्नी शिक्षिका है।
बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में संदीप पर करीब 500 नक्सली कांड दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार विभिन्न राज्यों की पुलिस के द्वारा रखे गए इनामों को जोड़ दिया तो संदीप उर्फ विजय 84 लाख का इनामी माओवादी था। करीब तीन दशकों से बिहार-झारखंड समेत विभिन्न राज्यों में विध्वंसक कांडों को अंजाम दिया था। बिहार में इसके खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस और सुरक्षा के जवान मामले की कार्रवाई में जुटे हुए हैं।
गौरतलब है कि चार वर्ष पहले 2018 में ED की एक टीम ने नक्सली नेता संदीप यादव उर्फ विजय यादव उर्फ रूपेश की 86 लाख मूल्य की चल अचल संपत्ति को जब्त किया था। जब्त संपत्ति में भू-खंड और फ्लैट की कीमत 50 लाख रुपया प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आंकी गई थी। ED की ओर से जब्ती की यह कार्रवाई बिहार के गया और औरंगाबाद क्षेत्र से की गई थी। झारखंड सरकार ने संदीप के सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम रखा था।