
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) बुधवार को अमेरिका पहुंचे. वहां पीएम मोदी ने ग्लोबल कोविड समिट(Global COVID 19 Summit) को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दूसरी लहर के दौरान दुनिया एक परिवार की तरह भारत के साथ खड़ी थी. भारत के लिए एकजुट होने और समर्थन करने के लिए मैं आप सबका धन्यवाद करता हूं. पीएम मोदी ने ये भी बताया कि कोरोना में भारत ने 150 से ज्यादा देशों की मदद की और उन तक जरूरी दवाएं पहुंचाईं.
पीएम मोदी ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी अभी भी खत्म नहीं हुई है. दुनिया की ज्यादातर आबादी अभी भी वैक्सीनेटेड नहीं हुई है. इसलिए राष्ट्रपति जो बाइडेन की ये पहल समय पर शुरू की गई है, जो स्वागत योग्य है.’ उन्होंने कहा, ‘भारत ने मानवता को हमेशा एक परिवार की तरह देखा है. भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने कम लागत की डायग्नोस्टिक किट्स, दवाएं, मेडिकल डिवाइस और पीपीई किट का उत्पादन किया है. ये कई विकासशील देशों को किफायती विकल्प प्रदान कर रहे हैं.’
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा, ‘इस साल की शुरुआत में हमने अपनी वैक्सीन 95 देशों समेत यूएन शांति सैनिकों के साथ साझा की. और जब भारत दूसरी लहर से जूझ रहा था, तो दुनिया एक परिवार की तरह हमारे साथ खड़ी थी. भारत के लिए एकजुट होने और समर्थन करने के लिए मैं आप सबका धन्यवाद करता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘जैसे-जैसे भारतीय वैक्सीन डेवलप हो रही हैं, हम मौजूदा वैक्सीन प्रोडक्शन की क्षमता भी बढ़ा रहे हैं. जैसे-जैसे हमारा प्रोडक्शन बढ़ेगा, हम दूसरों को भी फिर से वैक्सीन की सप्लाई कर पाएंगे. इशके लिए कच्चे माल की सप्लाई चेन खुली रखनी होगी.’
We also need to focus on addressing the pandemic’s economic effects. To that end, international travel should be made easier, through mutual recognition of vaccine certificates: PM Narendra Modi at Global #COVID19 summit pic.twitter.com/MXrQfq9Ail
— ANI (@ANI) September 22, 2021
पीएम ने दुनिया को बताया कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है. भारत ने हाल ही में एक दिन में 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई थी. मोदी ने बताया कि अब तक 80 करोड़ से ज्यादा को डोज दी जा चुकी है और 20 करोड़ से ज्यादा भारतीय पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं.
ग्लोबल कोविड समिट में पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने 150 से ज्यादा देशों से दवाएं और मेडिकल सप्लाई साझा की है. स्वदेशी रूप से विकसित दो वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी गई है, जिसमें दुनिया का पहली डीएनए बेस्ड वैक्सीन भी शामिल है.’ उन्होंने बताया कि और भी भारतीय कंपनियां वैक्सीन को वैक्सीन के प्रोडक्शन का लाइसेंस मिला है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमें महामारी के आर्थिक प्रभावों को दूर करने पर भी ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता देकर अंतरराष्ट्रीय यात्रा को आसान बनाना चाहिए.