नई दिल्ली। गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने आज जल जीवन मिशन ऐप और नेशनल जल जीवन कोष लॉन्च किया। पीएम मोदी(PM Modi) ने जल शक्ति मंत्रालय के प्रमुख जल जीवन मिशन को समर्पित एक ऐप लॉन्च कर दिया है. पीएम ने जल जीवन मिशन के तहत पानी समितियों और ग्राम पंचायतों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात भी की.
जल जीवन मिशन ऐप से लोगों को वॉटर सप्लाई और वॉटर क्वालिटी की जानकारी मिलेगी। पीएम मोदी ने कहा कि जल जीवन मिशन का विजन सिर्फ लोगों तक पानी पहुंचाने का ही नहीं है। ये विकेंद्रीकरण का भी एक बहुत बड़ा मूवमेंट है। इसका मुख्य आधार जन आंदोलन और जन भागीदारी है।
पीएम मोदी ने कहा कि बहुत कम लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि इन लोगों को हर दिन किसी नदी या तालाब तक क्यों जाना पड़ता है। आखिर पानी क्यों नहीं इन लोगों तक पहुंचता है। जिन लोगों पर लंबे समय तक नीति निर्धारण की जिम्मेदारी थी उन्हें ये सवाल खुद से जरूर पूछना चाहिए था लेकिन ये सवाल नहीं पूछा गया।
पीएम ने बताया कि 2019 तक 3 करोड़ घरों तक पाइप कनेक्शन आता था। 2019 में जल जीवन मिशन लॉन्च होने के बाद सिर्फ दो साल में ही 5 करोड़ घरों को पाइप कनेक्शन दिया गया। जितना 70 साल में हुआ, उससे ज्यादा हमने दो साल में कर दिया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बापू के सपने को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। पीएम ने कहा कि बापू और लाल बहादुर शास्त्री दोनों महान व्यक्तित्वों के हृदय में भारत के गांव ही बसे थे। मुझे खुशी है कि आज के दिन देशभर के लाखों गांवों के लोग ग्राम सभाओं के रूप में जल जीवन संवाद कर रहे हैं। इस मिशन को इसी उत्साह, ऊर्जा से सफल बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आज देश के शहर और गांव खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर चुके हैं। करीब 2 लाख गांवों ने अपने यहां कचरा प्रबंधन का काम शुरू कर दिया है। 40 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों ने सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने का फैसला लिया है। खादी की बिक्री भी कई गुना ज्यादा हो रही है।