उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को 17 दिन की मशक्कत के बाद मंगलवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने के बाद एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका हेल्थ चेकअप किया गया। मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाले जाने पर पीएम मोदी ने खुशी जाहिर की।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”
पीएम ने आगे कहा, “यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।”
मोदी ने सुरंग से सकुशल बाहर निकाले गए श्रमिकों से फोन पर बातचीत कर उनके स्वास्थ्य और कुशलक्षेम की जानकारी ली और इनका हौसला भी बढ़ाया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर श्रमिकों को सुरंग से निकाले जाने के बाद उनके लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मजदूरों की तारीफ की और कहा, ‘आप सबपर बाबा केदारनाथ की कृपा रही। संकट में आपने एक-दूसरे का हौसला बढ़ाया। आपके परिवारों ने भी हमारा साथ दिया। ये रेस्क्यू ऑपरेशन मानवता और टीम वर्क का अद्भूत मिसाल है।’
12 नवंबर से फंसे थे मजदूर
ये हादसा दिवाली के दिन यानी 12 नवंबर को हुआ था। ये मजदूर इसी सुरंग में काम कर रहे थे। तभी सुरंग धंस गई और मजदूर 60 मीटर लंबी मलबे की दीवार के पीछे धंस गए। उसके बाद से ही इन मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए तेजी से ऑपरेशन चलाया जा रहा था।