पादप विज्ञानी, वैद्य और विद्यार्थी मिलकर खोजेंगे औषधीय पौधे, अमरकंटक पर्वतमाला पर तीन दिवसीय रोमांचक खोजयात्रा शुक्रवार से

रायपुरः मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा द्वारा औषधीय पौधों की खोज से लिए शुक्रवार से तीन दिवसीय खोज यात्रा शुक्रवार से अमरकंटक पर्वतमाला पर शुरू होने जा रही है। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश विज्ञानसभा ने इस कार्यक्रम को औषधीय पौधों की खोजयात्रा-2021 का नाम दिया है। विज्ञानसभा द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार एक अक्टूबर को दोपहर दो बजे से कार्यक्रम की शुरूआत होगी और पहले दिन औषधीय पौधों के साथ ही अमरकंटक पर्वतमाला और ट्रैकिंग के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी जायेगी। इसके साथ ही पहले दिन परिचय के साथ ही विचारों का आदान-प्रदान होगा। गांधी जयंती के दिन दो अक्टूबर को औषधीय पौधों की खोज के लिए अमरकंटक पर्वत श्रृखला में ट्रैकिंग दल रवाना होंगे। पूरा कार्यक्रम मध्यभारत के प्रसिद्ध टैक्सोनांमिस्ट प्रो.एम.एल.नायक के नेतृत्व में संपन्न होगा। छत्तीसगढ़ विज्ञानसभा के कार्यकारी अध्यक्ष विश्वास आर मेश्राम ने बताया कि छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा द्वारा वर्ष 1999 से प्रतिवर्ष अनवरत रूप से औषधीय पौधों की खोज यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। श्री मेश्राम ने कहा कि आयोजन का मुख्य उदेश्य औषधीय पौधों का वैज्ञानिक अध्ययन करने के साथ ही औषधीय पौधों की पहचान और संरक्षण के प्रति नई पीढ़ी को जागरूक करना भी है ताकि पारंपरिक ज्ञान को नई पीढ़ी के बीच स्थानांतरित किया जा सके। श्री मेश्राम ने बताया कि खोज से दौरान पारंपरिक वैद्य भी साथ में रहते है ताकि उनके ज्ञान को भी साक्षा किया जा सके।
कार्यक्रम का विस्तृत विवरण इस प्रकार है।
छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा — मध्यप्रदेश विज्ञान सभा
औषधीय पौधों की खोजयात्रा 2021
1 से 3 अक्टूबर 2021
कार्यक्रम विवरण
1 अक्टूबर 2021
दोपहर 2.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक — रजिस्ट्रेशन , आवास हेतु कक्ष आबंटन, परिसर की सफाई के लिए श्रमदान
शाम 5.00 बजे – असेंबली, विज्ञान गीत – पेड़ हैं सांसे पेड़ है जीवन
शाम 5.15 से 6.00 बजे – परिचय
शाम 6.00 से 6.30 बजे – औषधीय पौधों की खोजयात्रा- क्या क्यों कैसे ?
शाम 6.30 से 7.00 – अमरकंटक पर्वतमाला की विशेषताएं
शाम 7.00 से 7.20 बजे – ट्रेकिंग रुट का परिचय, रास्ते की सावधानियां, ट्रेकिंग के दौरान क्या करें क्या न करें ?
शाम 7.20 से 7.50 – ग्रुप विभाजन, नामकरण, ग्रुप लीडर का चयन, रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी
शाम 7.50 से 8.10 – प्रोफेसर एम एल नायक का अध्यक्षीय मार्गदर्शन
शाम 8.20 से 9.00 बजे – भोजन
रात्रि 9.00 से 10.00 बजे – मौसम खूला होने पर स्काईवाचिंग
रात्रि 10.00 बजे – रात्रि विश्राम
दूसरा दिन – 2 अक्टूबर 2021
सुबह 4.00 से 6.00 बजे – जागरण, नित्य क्रियाएं, व्यायाम, ट्रेकिंग की तैयारियां
सुबह 6.00 से 7.00 बजे – नाश्ता
सुबह 7.00 से 7.30 बजे – ग्रुपवार उपस्थिति जांच, वनस्पति विज्ञानियों तथा वैद्यों के साथ परिचय
सुबह 7.30 से 7.50- ग्रुप लीडर्स द्वारा अपने अपने ग्रुपों की रिपोर्टिंग
सुबह 7.50 से 8.00 बजे – फायनल काउंटिंग
सुबह 8.00 बजे – औषधीय पौधों की खोजयात्रा प्रारंभ
सुबह 11.00 बजे – थोड़ी देर विश्राम
सुबह 11.30 से दोपहर 1.30 बजे – औषधीय पौधों की खोजयात्रा
1.30 से 2.30 बजे तक – भोजन
2.30 से 4.00 बजे – बेसकैंप वापसी यात्रा
शाम 4.00 से 6.30 बजे – यात्रा के दौरान संग्रहित औषधीय पौधों के बारे में चर्चा, डाक्यूमेंटेशन, फोटोग्राफी
शाम 7.00 से 8.00 बजे – यात्रा अनुभवों की साझेदारी, फीडबैक
शाम 8.00 से 8.30 बजे – प्रमाणपत्र वितरण, अध्यक्षीय उद्बोधन
शाम 8.30 से 9.30 – भोजन
रात्रि 9.30 से 10.30 – कैंपफायर, नाटकों का पाठ, विज्ञान गीत आदि
रात्रि 10.30 – रात्रि विश्राम
तीसरा दिन – 3 अक्टूबर 2021
सुबह 4.00 बजे – जागरण, नित्य क्रियाएं, व्यायाम, बर्डवाचिंग, लाफिंग एक्सरसाईज
सुबह 6.00 से 7.00 बजे – नाश्ता
सुबह 7.00 से 7.45 बजे – असेंबली, विज्ञान गीत, आज के कार्यक्रमों की रुपरेखा, सहयोगियों का सम्मान, ग्रुप फोटो
सुबह 7.45 बजे – अमरकंटक यात्रा पर प्रस्थान
सुबह 9.00 बजे – नर्मदा नदी के उद्गम स्थल का भ्रमण,
सुबह 9.30 से 11.00 बजे – अमरकंटक ट्राइबल यूनिवर्सिटी का भ्रमण, बाटनी, एंथ्रोपोलॉजी तथा बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट से जानकारी का आदानप्रदान, कुलपति महोदय से भेट
सुबह 11.00 से 12.30 बजे – हर्बल गार्डन का अध्ययन भ्रमण
दोपहर 12.30 से 1.30- भोजन
दोपहर 1.30 बजे – समापन, आभार और विदाई