पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल(Crude Oil)के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं यही वजह है कि कच्चा तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 80 डॉलर प्रति बैरल के लेवल को पार कर चुका है. कच्चा तेल 3 साल के रिकॉर्ड तोड़ रहा है. इससे पहले अक्टूबर 2018 में क्रूड 78.24 पर पहुंचा था.इसकी बढती कीमतों के कारण आर्थिक मार झेल रहे लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं है.
इस साल 2021 की शुरुआत से पेट्रोल के भाव में लगातार तेजी देखने को मिली है.1 जनवरी 2021 को पेट्रोल का भाव 83.97 रुपए और डीजल 74.12 रुपए प्रति लीटर था.अब ये 101.19 और 88.82 रुपए प्रति लीटर पहुंच चुका है. मतलब 9 महीने में पेट्रोल 17.22 रुपए महंगा हुआ है और डीजल का भाव 14.70 रुपए चढ़ चुका है.
सितंबर महीने में अमेरिका में 2 बड़े तूफानों की वजह से प्रोडक्शन में कमी आई है. यही वजह है कि कच्चे तेल की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है. वही कुछ ब्रोकरेज फर्म्स और रेटिंग एजेंसियां भी मान रही हैं कि आने वाले दिनों में क्रूड का भाव तेजी से चढ़ेगा. इसमें 15 फीसदी तक की तेजी देखने को मिल सकती है.
1 महीने में सबसे ज्यादा उछला Crude
पिछले एक महीने से लगातार क्रूड में तेजी है.1 महीने पहले ये 70 डॉलर पर था. मतलब 1 महीने में ही 14.3% चढ़ चुका है. वहीं, 2021 की बात करें तो इस साल अब तक कच्चा तेल 56.9% महंगा हुआ है.1 जनवरी को क्रूड का भाव 51 डॉलर के करीब था.
2 से 3 रुपये तक महंगा हो सकता है पेट्रोल-डीजल…
बताया जा रहा है आने वाले दिनों में कच्चा तेल 90 डॉलर और फिर 100 डॉलर तक जाने का अनुमान है. इससे पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर असर दिखेगा. मौजूदा भाव से पेट्रोल-डीजल 2 से 3 रुपए तक महंगा हो सकता है. जिन शहरों में अभी पेट्रोल का भाव 100 रुपए से कम है.उन शहरों में ये 100 रुपए के पार निकल सकता है.
बढ़ती क्रूड की कीमतों का असर घरेलू मार्केट में पेट्रोल-डीजल के भाव पर दिखेगा. इसके पीछे डॉलर इंडेक्स का मजबूत होना वजह है.रुपया कमजोर हुआ है. देश में कुल 80% से ज्यादा क्रूड इंपोर्ट होता है.इसके लिए पेमेंट डॉलर में होता है. रुपए के कमजोर होने से कच्चे तेल का खर्च बढ़ रहा है. यही वजह है कि आने वाले दिनों में तेल कंपनियां मार्जिन पर बढ़ते दबाव को देखते हुए पेट्रोल-डीजल का रेट बढ़ा सकती हैं.