
असम में बाल विवाह के खिलाफ एक्शन लगातार जारी है। असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के इस कदम का असम के विपक्षी दल पुरजोर विरोध करने में जुटे हुए हैं। सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार को राज्य में किशोर गर्भावस्था की खतरनाक दर पर चिंता व्यक्त करते हुए असम में बाल विवाह करने वाले और उसको बढ़ावा देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
सीएम हिमंता बिस्वा ने 2022 की किशोर गर्भावस्था की दर को प्रदर्शित करते हुए 16.8% पर एक रिपोर्ट शेयर की। सीएम ने कहा कि पिछले साल 6.2 लाख से अधिक गर्भवती महिलाओं में से लगभग 17 प्रतिशत किशोरी थीं। उन्होंने ट्वीट किया कर कहा कि बाल विवाह के खिलाफ हमारा अभियान सार्वजनिक स्वास्थ्य और जनकल्याण के लिए है क्योंकि असम में किशोर गर्भावस्था अनुपात काफी खतरनाक है. हम अपने उद्देश्य को पूरा करने तक इस अभियान को जारी रखने का संकल्प लेते हैं।
बराक घाटी, मोरीगांव और धुबरी में विरोध प्रदर्शन के बीच, असम में बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई सोमवार को चौथे दिन भी जारी रही। राज्य भर में दर्ज 4,074 प्राथमिकियां के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 2,441 हो गई। आरसीएच पोर्टल के आंकड़े से पता चलता है कि दक्षिण सलमारा सहित अविभाजित धुबरी जिले में सबसे अधिक 14,438 गर्भवती किशोरी हैं, इसके बाद नौगांव में 12,188 गर्भवती किशोरी और बारपेटा में 11,658 गर्भवती किशोरी हैं।