
बिलासपुर। दो साल पहले सड़क हादसे में घायल होने पर हाथ में लगे लोहे की रॉड को निकलवाने अस्पताल आए युवक की संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई। मरीज को ऑपरेशन थिएटर में रखा गया था, तभी उसने दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा कर दिया। उन्होंने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की है।
तखतपुर क्षेत्र के खम्हरिया में रहने वाले शैलेंद्र कौशिक किसान हैं। उन्होंने बताया कि उनका छोटा भाई प्रवेश दो साल पहले काम पर बिलासपुर आया था। घर लौटते समय कानन पेंडारी के पास बाइक से गिरकर वे घायल हो गया। हादसे में उसके हाथ में चोट आई थी। प्रवेश को मंगला के बिलासपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर ने प्रवेश के हाथ में रॉड लगाया था। अब दो साल बाद गुरुवार को प्रवेश रॉड निकलवाने के लिए अस्पताल गया था। इस दौरान डाक्टरों ने उसकी जांचकर शुक्रवार की शाम ऑपरेशन कर रॉड निकालने की बात कही। डॉक्टर शुक्रवार की शाम प्रवेश को ऑपरेशन थिएटर लेकर गए। कुछ ही देर बाद प्रवेश के चिल्लाने की आवाज आई। इस पर शैलेंद्र और परिजन ऑपरेशन थिएटर के गेट के पास पहुंच गए।
कुछ ही देर बाद डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर से बाहर निकले। उन्होंने प्रवेश के हार्ट फेल होने की बात कही। इसके बाद परिजनों डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। उन्होंने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। शनिवार को पंचनामा के बाद शव का पीएम कराया जाएगा।