
रायपुर । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में नक्सल विरोध अभियान के दौरान पुलिस ने नक्सलियों के पास से जी-3 राइफल समेत अन्य आर्म्स और एम्युनिशन बरामद किया है। दरअसल, नक्सलियों के पास से जो राइफल बरामद हुई हैं, इसका इस्तेमाल पाकिस्तानी सेना करती है। इस तरह की राइफल का इस्तेमाल भारतीय सेना द्वारा नहीं किया जाता है। नक्सलियों के पास से विदेशी बंदूक बरामद होने के बाद से सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हो गई हैं।
इससे पहले बस्तर क्षेत्र के ही सुकमा जिले में पिछले वर्ष मई में पुलिस ने ऐसा हथियार बरामद किया था। उस दौरान पुलिस ने नक्सलियों को मार गिराया था। इस बारे में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि माओवादियों के पास से बरामद जी 3 राइफल का इस्तेमाल भारतीय सुरक्षा बल नहीं करते हैं। इसका इस्तेमाल पाकिस्तानी सेना करती है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा दूसरी बार है जब नक्सलियों के पास से 3 पाकिस्तानी राइफल बरामद हुई है।
पिछले साल भी पुणे पुलिस ने अर्बन नक्सलियों के मामले की जांच के दौरान एक खत बरामद किया था। यह खत सुधआ भारद्वाज द्वारा कामरेड प्रकाश को लिखा गया था। दरअसल, इस खत में एक बैठक में हिस्सा लेने वालों के बारे में जिक्र किया गया था। इतिनी ही नही इस खत में कश्मीरी अलगाववादियों और उनके संगठनों के भी जिक्र किया गया था।