विधानसभा :बलौदाबाज़ार आगजनी पर उबला विपक्ष, सदन की कार्यवाही बाधित
रायपुरः बलौदाबाज़ार आगजनी मुद्दे पर छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ और सदन में विपक्ष की नारेवाजी की वजह से सदन की कार्यवाई स्थगित करनी पड़ी। राज्य विधानसभा में विपक्ष की ओर से स्थगन प्रस्ताव लाकर पूरे मामले पर चर्चा की मांग की जा रही थी लेकिन सत्तापक्ष न्यायिक जांच का हवाला देकर चर्चा को संसदीय परंपरा के प्रतिकुल करार दिया। राज्य विधानसभा अध्यक्ष ने पूरे मामले की ग्राह्यता पर चर्चा के बाद स्थगन को अस्वीकार कर दिया जिसकी वजह से विपक्ष ने सदन में नारेवाजी करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की।
दरअसल अपनी पूर्व निर्धारित रणनीति के अनुसार कांग्रेस ने राज्य विधानसभा के पहले ही दिन बलौदाबाज़ार की आगजनी और जैतखांभ तोड़े जाने की घटना को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाया और पूरे मामले पर चर्चा की मांग की। चर्चा की शुरूआत करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बलौदाबाज़ार की घटना पूर्व नियोजित थी और उसमें बाहरी तत्वों की हाथ था लेकिन राज्य सरकार की बड़ी लापरवाही और नाकामी भी है। राज्य के नेता प्रतिपक्ष डां.चरण दास महंत ने कहा कि पूरा घटनाक्रम राज्य के सौहार्द को बिगाड़ने वाला था। उन्होंने कहा कि कलेक्टर और एसपी कार्यालय का जला दिया जाना अपने आप में अकेला घटनाक्रम है लिहाजा इस पर सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराई जानी चाहिए लेकिन सरकार चर्चा से भाग रही है।
हांलाकि विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव का सत्ता पक्ष की ओर से न्यायिक जांच का हवाला देते हुए विरोध किया गया। राज्य के पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने नियम परंपराओं का हवाला देते हुए स्थगन पर चर्चा का विरोध किया। लेकिन राज्य विधानसभा अध्यक्ष ने स्थगन की ग्राह्यता पर चर्चा कराने के बाद स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। स्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता का जवाब देते हुए राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने सदन में कहा कि पूरे मामले की न्यायिक जांच की जा रही है और जांच के बाद पूरे मामले में कोठरतम कार्यवाई की जाएगी।
हांलाकि स्थगन स्वीकार नही किए जाने के बाद सदन में कांग्रेस विधायक दल ने जमकर नारेवाजी की और राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृहमंत्री से इस्फीके की मांग की। कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा अध्यक्ष से पूरे मामले पर पुनर्विचार कर चर्चा कराए जाने की मांग की लेकिन मांग स्वीकार नही हुआ और सदन में हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। संजय शेखर, न्यूज़ आवर, रायपुर
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