डेढ़ साल की बच्ची का अपहरण कर सड़क किनारे छोड़ा, पुलिस ने मां को सौंपा, महिला और पुरुष की तलाश जारी

दंतेवाड़ा। नेशनल हाईवे 163 के किनारे पुलिस को डेढ़ साल की एक बच्ची लावारिस हालत में मिली। जिसे चाइल्ड हेल्पलाइन पहुंचाया गया। जांच में पता चला कि एक महिला और पुरूष बच्ची को उठाकर लाए थे। लेकिन उसे रास्ते में छोड़ कर फरार हो गए। वहीं जब बच्ची के माता-पिता का पता चला तो गीदम थाना पुलिस ने बच्ची को उनके सुपुर्द कर दिया।
जानकारी के अनुसार, जगदलपुर-बीजापुर नेशनल हाईवे पर कुछ लोग ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी। जांच करने पर तहसील कार्यालय के पास एक दुकान के सामने जमीन पर बच्ची दिखी। पुलिस को मामले की सूचना दी गई। जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और बच्ची को गीदम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। बच्ची के माता-पिता का पता नहीं चला तो उसे दंतेवाड़ा चाइल्ड लाइन को सौंप दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बच्ची को एक महिला और पुरूष को ले जाते हुए देखा गया था। दोनों झगड़ा करते हुए पैदल जा रहे थे। ये लोग तहसील कार्यालय के पास बैठे थे। गुस्से में पुरूष उठकर कहीं चला गया था। महिला बच्ची के साथ थी, लेकिन कुछ देर बाद वो भी कहीं जाती हुई दिखी थी। पुलिस ने आस-पास के लोगों से और पूछताछ की, फिर नजदीकी बारसूर थाना में भी इसकी जानकारी दी।
बारसूर थाना इलाके के हितामेटा गांव की एक महिला दंतेवाड़ा में चाइल्ड लाइन पहुंची और बच्ची पर अपना दावा किया। महिला ने बताया कि वो रविवार रात बस से जगदलपुर से गीदम आ रही थी। गीदम बस स्टैंड में उतरी। तबीयत ठीक नहीं लगी तो बस स्टैंड में ही कुछ देर के लिए लेटी थी, उसे नींद आ गई। बच्ची को भी अपने बगल सुलाई थी। जब थोड़ी देर बाद आंख खुली को बच्ची पास में नहीं दिखी।
यहां-वहां पता लगाने पर भी नहीं मिली। किसी तरह अपने गांव हितामेटा पहुंच गई और पति के साथ जाकर बारसूर थाने में भी मामले की सूचना दी। दूसरे दिन सोमवार की रात सरपंच ने बेटी के मिलने की जानकारी दी। जिसके बाद दंतेवाड़ा आई। बच्ची को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस उस महिला और पुरूष का पता लगा रही है जिन्होंने बच्ची को वहां छोड़ा था।