
कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) अब काफी तेजी से फैल रहा है और लोग इसकी चपेट में भी आ रहे हैं.देश के 12 राज्यों में अब तक ओमीक्रोन के 145 मामले मिल चुके हैं. इस बीच नेशनल कोविड सुपरमॉडल कमिटी (National Covid-19 Supermodel Committee) ने कोविड के तीसरी लहर की आशंका जताते हुए लोगों से सावधान रहने और कोविड नियमों का पालन करने की बात कही है. कमिटी अनुसार कोरोना की तीसरी लहर नए साल 2022 के फरवरी माह तक आ सकती है.
नेशनल कोविड सुपरमॉडल कमिटी ने कहा है कि ओमिक्रोन के प्रभाव को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि तीसरी लहर दूसरे के मुकाबले कम खतरनाक होगी. ओमिक्रॉन से अबतक ज्यादा खतरे की बात सामने नहीं आई है जिसकी वजह से इसके हल्के रहने के आसार हैं.
कमिटी प्रमुख विद्यासागर ने कहा, अभी भारत में कोरोना के प्रतिदिन 7,500 के करीब मामले आ रहे हैं लेकिन एक बार ओमिक्रोन मेन वायरस के तौर पर डेल्टा को रिप्लेस करना शुरू करेगा तो संक्रमितों के आंकड़ें तेजी से बढ़ेंगे. ऐसा इसलिए भी क्योंकि ओमिक्रोन वेरिएंट डेल्टा या किसी अन्य के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलता है. उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का कारण ओमिक्रोन ही बनेगा.
कमिटी प्रमुख विद्यासागर ने एक सीरो सर्वे के आधार पर कहा कि हमारे देश में बहुत कम लोग बचे हैं जो अब तक डेल्टा के चपेट में नहीं आए हैं. ऐसे में आने वाला थर्ड वेव, सेकेंड वेव से ज्यादा खतरनाक नहीं होगा. विद्यासागर ने कहा कि इसके अलावा भी इस बार देश कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार है. देश ने अपनी क्षमताओं में भी इजाफा कर लिया है. जिसे मद्देनजर हम ये उम्मीद जता रहे हैं कि हमारा देश इस आने वाली चुनौती से निपट सकता है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर तीसरी लहर आती है तो देश में कम से कम 2 लाख रोजाना मामले आने की संभावना है. हालांकि उन्होंने ये साफ कर दिया कि ये केवल एक अनुमान है. संख्या इससे कम या ज्यादा भी हो सकती है.