किरंदुल। 17 अप्रैल को परियोजना में राजभाषा तकनीकी सेमिनार का आयोजन एनएमडीसी द्वारा 2030 तक 100 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य प्राप्ति हेतु रणनीतियां एवं सुझाव तथा एनएमडीसी की लौह अयस्क खदानों में ऊर्जा संवर्धन एवं प्रबंधन विषयों पर किया गया। मुख्य अतिथि आर.गोविंदराजन, अधिशासी निदेशक ने तकनीकी आलेखों के संकलन की पत्रिका तकनीकी क्षितिज का विमोचन किया। विशिष्ट अतिथि विनय कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (उत्पादन) ने सेमिनार में चर्चित विषयों को बेहद प्रासंगिक बताते हुए कहा कि आलेखदाताओं ने अत्यन्त सहज तरीके से अपने आलेखों को प्रस्तुत किया है, जिससे जन जन तक तकनीकी विषयों को पहुंचाने में मदद मिली है।
बी.के.माधव, उप महाप्रबंधक (कार्मिक) ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस सेमिनार की उपयोगिता पर बल दिया। एमएमडबल्यू यूनियन के अध्यक्ष एवं सचिव विनोद कश्यप तथा ए.के.सिंह ने भी अपने विचार रखें। सेमिनार दो सत्रों में आयोजित हुआ, जिसमें बचेली, लालापुर, पन्ना एवं किरंदुल के कुल 20 प्रतिभागियों ने अपने आलेखों का पावर प्वाइंट के जरिए प्रस्तुतीकरण किया।
प्रथम सत्र का संचालन ए.बिस्वास, उप प्राचार्य एवं द्वितीय सत्र का संचालन ए.के.कुरील, सहा.म.प्र.(खनन), बचेली ने बेहद ही उत्कृष्ट एवं सहज ढंग से किया। मुख्य अतिथि के करकमलों से प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न एवं विभागाध्यक्षों आदि को सम्मान चिह्न प्रदान किए गए। सेमिनार में सर्वश्री बी.नागेश्वर राव, महाप्रबंधक (औ.अभि.), पी.प्रसाद, महाप्रबंधक (एमएंडएस) के साथ ही सभी विभागाध्यक्ष मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद संजय पाटील, सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) ने किया। कार्यक्रम की सफलता में ए.पी.पांडव, वरि.आशुलिपिक (हिंदी) का योगदान रहा।