GARIABAND. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में अवैध रेत खनन की बढ़ती शिकायतों पर कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देश पर खनिज विभाग ने आधी रात को बोरिद और विरोडा घाट पर छापेमारी की. टॉर्च की रोशनी में की गई इस छापेमारी में खनन टीम ने घाट में छिपाए गए दो चेन माउंटेन मशीनों का पता लगाकर उन्हें तुरंत सील कर दिया. इसके साथ ही अवैध रेत ढुलाई में लगे तीन हाइवा वाहन भी जब्त किए गए, जो नियमों के खिलाफ इस्तेमाल किए जा रहे थे।
बता दें कि कार्रवाई के दौरान रेत माफिया ने टीम पर अपने राजनीतिक रसूख का दबाव बनाने का प्रयास किया. यहां तक कि मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों को भी धमकियां दी गईं, लेकिन खनिज विभाग की टीम ने किसी भी दबाव में आए बिना कार्रवाई को अंजाम दिया।
प्रदेशभर में सक्रिेय हैं रेत माफिया
गरियाबंद ही नहीं, बल्कि प्रदेश के कई हिस्सों में अवैध रेत खनन माफियाओं का दबदबा बढ़ता जा रहा है. कई रसूखदार अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर अवैध गतिविधियों को चलाते हैं, जिससे न केवल प्रशासन के सामने चुनौतियाँ बढ़ती हैं बल्कि राज्य के राजस्व को भी भारी नुकसान होता है. इस अवैध खनन के कारण प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव बढ़ता जा रहा है, जिससे पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान हो रहा हैं।
प्रशासन का सख्त संदेश
इस कार्रवाई से एक सख्त संदेश गया है कि अवैध गतिविधियों पर अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. प्रशासन का कहना है कि ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, जिससे रेत माफियाओं की पकड़ कमजोर हो और अवैध खनन पर अंकुश लगे।
अवैध खनन से बिगड़ रहा है पर्यावरण का संतुलन
अवैध रेत खनन से न केवल नदियों का स्वरूप बिगड़ रहा है बल्कि जल संसाधनों पर भी विपरीत असर पड़ रहा है. प्रशासन की यह मुहिम अवैध गतिविधियों पर रोक लगाकर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम हैं।