
पखांजुर। बीएसएफ ( BSF) के जवान पहुंच विहीन गांवों के आदिवासी (Adivasi) गरीबों के लिए फरिश्ते बने हुए हैं। सीमा सुरक्षाबल की 157वीं वाहिनी के जवानों (Jawan) ने लगातार आदिवासियों की मदद करने का वीणा उठा रखा है। वे अपने इस मिशन में भी कामयाब साबित हो रहे हैं। पहुंचविहीन गांवों में जाकर बीमारों को दवाएं उपलब्ध कराना। उनकी जरूरत ( essential) का सामान (goods) बांटना इनके कार्यक्रम का हिस्सा बन चुका है। इसको कहते हैं सिविक एक्शन प्रोग्राम।
बुधवार को पाखंजुर मुख्यालय से करीबन 15 किलोमीटर दूर ग्राम नीरदे में बीएसएफ के 157वी सीमा सुरक्षा बल ने जरूरतमंद लोगों को समान वितरण किया ।

सामान मिलने की खुशी में नाच उठे बच्चे
इसको कहते हैं असल खुशी। जब आदिवासियों को लगा कि आज उनके जरूरत का कोई न कोई सामान उनको मिलने वाला है। तो वे खुशी से झूम उठे। आदिवासी मांदरी ग्रुप ने बीएसएफ जवानों को स्वागत किया।
5 पंचायतों के लोग हुए शामिल
इस प्रोग्राम में 5 पंचायत के लोग शामिल हुए थे जिसके तहत ग्राम मरोड़ा पंचायत,पेनकोड़ो पंचायत,मुरवाडी पंचायत,लक्ष्मीपुर और जबेली पंचायत के करीबन 600 ग्रामीण मौजूद थे।
किसे क्या मिला
स्कूली छात्र-छात्राओं, युवाओं एवं ग्रामीणों को बेहतर सुविधा देने के लिए खेलकूद के लिए क्रिकेट एवं वालीबॉल सेट और हॉस्टल में रहने वाले छात्र-छात्राओं के लिए मच्छरदानी,स्कूल के छात्राओं के लिए साइकिल एवं ग्रामवासियों के लिए सोलर लाइट,पानी टंकी,कंबल,साड़ी, भोजन बनाने के लिए वर्तन जैसे तमाम सामान बांटे गए।
कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद:
इस समारोह के दौरान 157 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के कमांडेट (Commandant) नवीन मोहन शर्मा के सेकंड-इन कमांड, बृजेश कुमार सिंह के अलावा बड़ी तादाद में सुरक्षाबलों के जवान मौजूद थे। इसके अलावा पंचायत लक्ष्मीपुर के सरपंच सालू राम कवाची, मरोड़ा सरपंच लक्ष्मण मंडावी,जबेली की गीता फालको, पेनकोड़ो की वसंती कार्येयाम,मुरावडी के मन्नू अंचला,प्रति स्कूल के शिक्षक शिक्षिका एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे|