निलंबित एडीजी मामले में अब जांच शुरू, बयान में दो लोगों स्वीकारा-दस्तावेज जीपी ने ही दिए थे
रायपुर। प्रदेश के निलंबित एडीजी जीपी सिंह पर दर्ज राजद्रोह समेत अन्य मामलों की जांच शुरू हो गई है। कोतवाली पुलिस ने जीपी के दो करीबियों मणिभूषण और प्रीतपाल सिंह चंडोक का बयान दर्ज कर लिया है। अफसरों ने दावा किया कि दोनों ने स्वीकार किया है कि उनसे जब्त दस्तावेज उन्हें जीपी ने ही दिए थे। इनका कोर्ट में 164 में कलमबंद बयान करवाने की तैयारी है।
जीपी और सहयोगियों के 15 ठिकानों पर जांच करने वाले दो पुलिस अफसरों के बयान भी लिए गए हैं। एसीबी ने जीपी और सहयोगियों से मिले जिन 48 पन्नों को पुलिस को सौंपा है, उनका परीक्षण भी शुरू कर दिया गया है। इस मामले में कोतवाली पुलिस जल्दी ही जीपी सिंह को भी नोटिस जारी कर सकती है।
कोतवाली में दर्ज राजद्रोह और सामाजिक-धार्मिक सौहार्द्र बिगाड़ने के मामले में पुलिस को जो दस्तावेज मिले हैं, उनमें हैंडराइटिंग जीपी सिंह की है या नहीं, इसकी जांच पुलिस ने हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से करवाने का फैसला किया है। यही नहीं, फटे हुए पेज को री-अरेंज करने के मामले में तथा इनकी सत्यता की जांच के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद भी ली जाएगी। कुछ दस्तावेज टाइप किए हुए हैं जिनमें एक-दो एजेंसियों को भेजी गई चिट्ठियां भी हैं। पुलिस का दावा है कि ये सभी जीपी सिंह के लैपटॉप और कप्यूटर से निकाले गए हैं। इनकी जांच के लिए आईटी एक्सपर्ट बुलवाए जा रहे हैं।