रायपुर। छत्तीसगढ़ में डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत 5 लाख तक के फ्री इलाज के लिए स्मार्ट कार्ड की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। मरीजों को केवल अपना राशनकार्ड और आधार कार्ड अथवा ऐसा ही कोई शासकीय पहचान पत्र अस्पताल में दिखाना होगा।
मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना में 50 हजार तक फ्री इलाज की सुविधा पाने वालों को भी केवल राशनकार्ड और कोई एक पहचान पत्र दिखना पड़ेगा। प्रदेश में पांच लाख तक फ्री इलाज की पात्रता रखने वाले हितग्राहियों की संख्या 56 लाख है। 50 हजार तक फ्री इलाज के हितग्राही 16 लाख हैं। दोनों के लिए इलाज की स्कीम अलग अलग है।
राज्य सरकार ने दोनों फ्री इलाज योजना में बड़ा बदलाव किया है। नए बदलाव के हिसाब से साफ्टवेयर को अपडेट भी कर दिया गया है। अफसरों के अनुसार साफ्टवेयर के डेटाबेस से स्मार्ट कार्ड के आंकड़े हटा दिए गए हैं। अब मरीज व उनके परिजनों को पंजीकृत अस्पतालों में फ्री इलाज के लिए राशन कार्ड के अलावा पहचानपत्र के रूप में प्राथमिक, अंत्योदय राशन कार्ड व आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस जैसे कोई न कोई शासकीय पहचानपत्र लेकर जाना पड़ेगा।