अब खुद ही स्पैम मैसेजेज को अलग कर देगा गूगल एप, भारत समेत इन देशों में ये सविधा शुरू
WASHINGTON NEWS. गूगल (Google) अपने एप को लगातार अपडेट कर रहा है। दरअसल, गूगल मैसेज (Google Messages) का इस्तेमाल करते हैं तो एंड्रॉइड फोन में गूगल की स्पैम प्रोटेक्शन सेटिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। गूगल का मैसेजिंग एप अब मोबाइल पर आने वाले स्पैम टेक्स्ट खुद ही अलग फोल्डर में सेव कर देगा। इसके अलावा सामान की डिलिवरी, जॉब स्कैम, संदेहास्पद लिंक, अंतरराष्ट्रीय स्पैम के अलर्ट भी देगा। यह सुविधा पायलट प्रोजेक्ट के तहत भारत, सिंगापुर समेत कुछ देशों में शुरू की गई है।
इस सेटिंग के साथ फोन में आने वाले स्पैम मैसेज को डिटेक्ट कर एक अलग फोल्डर में देखा जा सकता है। दरअसल, स्पैम की पहचान के लिए मैसेज का डेटा मायने रखता है। मैसेज में भेजे गए डेटा से ही स्पैम की पहचान की जा सकती है। स्पैम की पहचान करने के लिए गूगल मैसेज ऐप के साथ मैसेज से जुड़ा कुछ डेटा गूगल को भेजा जाता है। यूजर को अपनी प्राइवेसी के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि गूगल को भेजी जाने वाली जानकारियों में यूजर का फोन नंबर शामिल नहीं होता है। इसी के साथ स्पैम की पहचान के लिए मैसेज का कंटेंट भी गूगल को नहीं भेजा जाता है।
एंड्रॉइड फोन में स्पैम मैसेज ऐसे करें ब्लॉक
एंड्रॉइड फोन में स्पैम मैसेज ब्लॉक करने के लिए सबसे पहले गूगल मैसेज (Google Messages) ऐप को ओपन करना होगा।
अब टॉप राइट साइड पर नजर आ रहे प्रोफाइल इमेज पर क्लिक करना होगा।
अब Message Settings पर टैप करना होगा।
अब स्क्रॉल डाउन कर Spam Protection पर टैप करना होगा।
यहां Enable spam protection सेटिंग के आगे नजर आ रहे टोगल को ऑन करना होगा।