नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी कोरोना मरीजों के लिए टीबी (क्षय रोग) की जांच की सिफारिश की है। इसी तरह सभी टीबी मरीजों के लिए कोरोना जांच की सिफारिश की गई है। मंत्रालय के मुताबिक कुछ खबरों में कहा गया है कि कोरोना मरीजों में टीबी का संक्रमण अचानक बढ़ा हुआ देखा गया है।
रोज करीब ऐसे दर्जनभर मामले पहुंचने से डॉक्टर चिंतित हैं। इसीलिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिए गए हैं। उनसे कहा गया है कि वे अगस्त-2021 तक बेहतर निगरानी और टीबी व कोरोना के मामलों का पता लगाने के प्रयास तेज करें। बता दें कि कोरोना संबंधित प्रतिबंधों के चलते 2020 में टीबी के मामले करीब 25 फीसदी कम अधिसूचित हुए थे। डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के मुताबिक, भारत में 2019 में टीबी के करीब 26.4 लाख मामले हैं। यानी एक लाख लोगों में 193 टीबी रोगी मिल रहे हैं।
इसलिए जरूरत पड़ी
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना संक्रमण किसी व्यक्ति में सक्रिय टीबी बीमारी विकसित होने के लिए अधिक संवेदनशील हो सकता है। क्योंकि टीबी ब्लैक फंगस की तरह एक अवसरवादी संक्रमण है। लेकिन, फिलहाल में यह बताने के लिए पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं कि कोरोना के कारण टीबी के मामलों में बढ़ोतरी हुई है।