कोरोना के साथ अब ब्लैक फंगस का कहर, अब तक 77 मरीज हुए, अब इलाज का स्टैंडंर्ड प्रोटोकाल भी जारी
रायपुर। कोरोना के साथ अब छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ता दिख रहा है। अब तक 77 मरीजों के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती होने की खबर है। वहीं भिलाई और महासमुंद में एक-एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रोकथाम के लिए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में माइक्रोबायोलॉजिकल सर्विलेंस कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही सभी अस्पतालों के लिए इस बीमारी के इलाज का स्टैंडर्ड प्रोटोकाल जारी हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, सिविल सर्जनों और अस्पताल अधीक्षकों को पत्र लिखकर अस्पतालों में माइक्रोबायोलॉजिकल सर्विलेंस सुनिश्चित कराने को कहा है। राज्य सर्विलेंस यूनिट को हर सप्ताह इसकी रिपोर्ट भी भेजने को कहा गया है। विभाग का कहना है, पिछले कुछ दिनों में विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए भर्ती मरीजों में फंगस और बैक्टीरिया से संक्रमित होने का मामला सामने आया है।
इस पर नियंत्रण के लिए सभी अस्पतालों का माइक्रोबायोलॉजिकल सर्विलेंस जरूरी है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि हर अस्पताल में बैक्टीरिया, फंगस जैसे संक्रामक तत्वों को दूर करने के लिए सेनिटाइजेशन होता रहा है। यह नियमित तौर पर देखने की जरूरत है कि अस्पताल के किसी हिस्से में बैक्टीरिया या फंगस तो नहीं पनप रहे हैं।