दुर्ग। छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी चोरी (biggest theft in Chhattisgarh) रात के अंधेरे नहीं बल्कि दिन के उजाले में हुई। चौंकिए मत हुजूर हम सही फरमा रहे हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस की 6 टीमों की 36 घंटे की मशक्कत के बाद ये बात सामने आई। 2. 69 करोड़ की चोरी का एक ही मास्टरमाइंड था लोकेश श्रीवास। आरोपी लोकेश श्रीवास कवर्धा जिले का निवासी बताया जा रहा है। उसके कब्जे से पुलिस ने 5 किलोग्राम सोने की ज्वेलरी (5 kg gold jewelery,) और नकदी बरामद कर लिया है।
दुर्ग आईजी विवेकानंद सिन्हा ने किया खुलासा:
दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा और एसएसपी अजय यादव ने पुलिस कंट्रोल रुम में प्रेसवार्ता लेकर मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बेहद शातिराना तरीके हुई इस चोरी को किसी बड़े गिरोह ने नहीं बल्कि अकेले एक शातिर चोर ने अंजाम दिया है। पुलिस के होश उड़ाने वाली इस चोरी को आरोपी ने रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिन के उजाले में अंजाम दिया। उसके लिए उसने तारीख चुनी 11 फरवरी 2020 की और दिन मंगलवार का। मंगलवार को सुपेला की आकाशगंगा मार्केट बंद रहती है। अंधेरे में तो उसने पुलिस को रखने की कोशिश की थी मगर नाकामयाब रहा। पुलिस ने उसको धर दबोचा।
कैसे दिया वारदात को अंजाम:
पारख ज्वेलर्स (Jewelers) के तीन मंजिला हाईटेक शो रुम में दाखिल होने के लिए आरोपी ने बगल की निर्माणाधीन बिल्डिंग का सहारा लिया। सबसे पहले यह शातिर चोर निर्माणाधीन बिल्डिंग के छत पर पहुंचा और निर्माण के लिए लगाई गई चैली को आरोपी ने दोनों बिल्डिंगों के बीच में रख कर, इस बिल्डिंग से पारख ज्वेलर्स की बिल्डिंग के छत पर जा पहुंचा। आरोपी ने बिल्डिंग की छत में लिफ्ट के पास बनी ईंट की दीवाल में सेंध लगाकर और लिफ्ट में लगी राड के सहारे अंदर दाखिल हो गया। अंदर दाखिल होते ही आरोपी ने सबसे पहले शो रुम में लगे 90 सीसीटीवी कैमरों (CCTV camera) को बंद कर दिया और फिर साथ में लाए ग्राइंडर की मदद से लॉकर को कोटकर उसमें रखे सोने के 5 किलो से ज्यादा के जेवरात और डेढ़ लाख रुपये नगद लेकर उसी रास्ते से वापस फरार हो गया।
6 टीम, 36 जवान और वो 36 घंटे
बुधवार को जब संचालकों ने शो रुम खोला तो उनके होश उड़ गए। चोरी गए जेवरातों की सूची बनाने में ही उनको सुबह से शाम हो गई। देर शाम उन्होंने पुलिस को सूची सौंपी। इसके अनुसार चोरों ने 3 करोड़ के जेवरात और डेढ़ लाख रुपये नगदी पर आरोपी ने हाथ साफ कर दिया। घटना की जानकारी लगते ही आईजी विवेकानंद सिन्हा और एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए। मौका मुआयना के बाद आईजी और एसएसपी ने अधिकारियों की मीटिंग ली और आरोपी का पता लगाने के लिए 6 टीमों का गठन किया। प्रत्येक टीम में 6 लोग शामिल थे।
अलग अलग एंगल पर लगाई सबकी ड्यूटी:
टीम के सभी जवान लोग अलग-अलग दिशा में काम कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने 10 हजार सीडीआर निकाला। पुलिस ने सुपेला से लेकर सभी प्रमुख रास्तों के 10 हजार सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। पारख ज्वेलर्स के पास ही हिमालय कॉम्पलेक्स स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में आरोपी का धुंधला चेहरा नजर आया। इसके साथ ही पारख ज्वेलर्स में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी आरोपी का धुंधला चेहरा कैद हुआ था।
कैसे चढा पुलिस के हत्थे:
मामले की तफ्तीश में लगी पुलिस की एक टीम पुराने चोरी के वारदातों को खंगाल रही थी। इसी दौरान उनकी नजर बजाज शोरुम में हुई 9 लाख की एक चोरी की घटना पर पड़ी। यहां भी लॉकर को इसी तरीके से काटकर चोरी किया गया था। इसमें आरोपी लोकेश श्रीवास ही था, जो कि नवंबर 2019 में ही जेल से छूटा था। पुलिस की तफ्तीश में यह बात सामने आई कि जेल से छूटने के बाद आरोपी को लगातार आते जाते सुपेला क्षेत्र में देखा गया था।
रैन बसेरे में मिला आरोपी:
उधर एक टीम होटल, लॉज और रैन बसेरों को खंगालने में लग गई। जहां दुर्ग स्थित एक रैन बसेरा में पुलिस को आरोपी मिल गया। उसे हिरासत में लेने के बाद जब पूछताछ की गई तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। आरोपी द्वारा चोरी किये गए जेवरात रैन बसेरा से ही पुलिस ने बरामद कर लिया।
आलीशान पार्लर खोलने के लिए की चोरी
पुलिस के अनुसार चोरी के बाद पुलिस द्वारा की गई नाकेबंदी से आरोपी घबरा गया था और रैन बसेरा में शरण लिया था। आरोपी कवर्धा जिले का रहने वाला है और उसका अपराधों से पुराना नाता रहा है और उसके खिलाफ 13 मामले दर्ज हैं। इसके साथ ही उसे जिलाबदर भी किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार आरोपी रायपुर के एक पार्लर से ब्यूटी पार्लर में 6 माह का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुका है। वर्तमान में कवर्धा में गैलेक्सी पार्लर का संचालक है। आरोपी ने बताया कि उसने आलीशान पार्लर खोलने के लिए चोरी की थी। इसके लिए वह कपड़ा खरीदने के बहाने आकाशगंगा कई बार आया और वहां से पारख ज्वेलर्स की रेकी की थी। उसके बाद उसने मार्केट बंद रहने वाले दिन मंगलवार का चुनाव किया था।