किरंदुल। एनएमडीसी किरन्दुल परियोजना का चयन प्रतिष्ठित फेडरेशन इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज सीएसआर पुरस्कार के लिए किया गया है। एनएमडीसी लिमिटेड कि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेषक सुमित देब की अगुवाई में संचालित उपक्रम बैलाडिला आयरन ओर परियोजना, किरन्दुल कठिन इलाकों में राष्ट्रीय प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में सीएसआर के माध्यम से योगदान के लिए विजेता घोषित किया गया है।
उक्त प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चयनित होने पर परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक विनय कुमार ने फेडरेषन ऑफ इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम बहुत उत्साहित और नम्र है कि फेडरेशन इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज ने हमारे सीएसआर गतिविधियों की उल्लेखनीय सेवाओं की दखल देते हुए राष्ट्रीय स्तर का उच्च सम्मान प्रदान किया है। हमारे सभी कार्यक्रम पूरी तरह से संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप है और इसका उद्देष्य बस्तर के लोगों के लिए अधिक न्यायसंगत और विकसित संतुलन विकसित करना है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार हमें बस्तर में सतत और समावेषी विकास कार्यक्रमों को लागू करने के अपने प्रयासों में तेजी लाने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
दरअसल, एनएमडीसी किरन्दुल परियोजना का चयन उक्त पुरस्कार हेतु फेडरेशन ऑफ मिनरल इंडस्ट्रीज के माननीय ज्युरी कमीटी ने कठिन मुल्यांकन प्रणालियों के आधार पर किया।
इस संदर्भ में किरन्दुल परियोजना के सीएसआर प्रमुख बी. के. माधव ने कहा कि हमारे बस्तर के आदिवासी बंधुओं का समावेषी विकास अध्यक्ष सह प्रबंध निदेषक सुमित देब के नेतृत्व में निरंतर किया जा रहा है। किरन्दुल परियोजना सीएसआर के तहत बहुआयामी विकास कार्यक्रमों को लागू कर रही है ताकि परियोजना एवं उसके आस-पास निवासरत ग्रामीणों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
प्रतिष्ठित फेडरेशन ऑफ इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज सीएसआर पुरस्कार एनएमडीसी किरन्दुल परियोजना के द्वारा बस्तर में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छ पेय जल एवं सेनिटेशन, कृषि एवं जीविकोपार्जन एवं कौशल विकास के क्षेत्रों में बहुआयामी योगदान के लिए दिया गया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से एनएमडीसी ने उक्त क्षेत्रों में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित किये है।