
रायपुर। सार्वजनिक क्षेत्र की खनन कंपनी एनएमडीसी का दावा है कि उसने अपनी महत्वाकांक्षी स्लरी पाइप लाइन परियोजना के अंतर्गत आने वाले बचेली से नगरनार तक सभी गांवों के विकास के लिए समान राशि स्वीाकृत की है। एनएमडीसी ने पेट्रोलियम तथा खनिज पाइप लाइन अधिनियम 1962 के दिशानिर्देशों के अनुसार भूमिगत पाइप लाइन बिछाने का प्रस्ताव रखा था तथा बैलाडीला से नगरनार स्लरी पाइप लाइन के रास्ते भर में पड़ने वाले सभी 61 प्रभावित गांवों में से प्रत्येेक को रूपए 30.00 लाख की मंजूरी दी।
एनएमडीसी ने इस रास्तेे में पड़ने वाले एक गांव डोंगरीगुडा, तोकपाल ब्लॉक, जिला बस्तर में एक लौह अयस्क स्टॉकपाइल का निर्माण किया है। कंपनी को डोंगरीगुडा गांव में विशेष रूप से लौह अयस्क स्टॉकपाइल के लिए 3.15 हेक्टेयर भूमि का आबंटन किया गया है। एनएमडीसी सीएसआर ने डोंगरीगुडा में विभिन्न विकास कार्यों के लिए अलग से रूपए 3.00 करोड़ की मंजूरी जुलाई, 2021 में दी है। हाल ही में स्थानीय समाचारों में प्रकाशित समाचारों में धनराशि के आबंटन के संबंध में भ्रम की स्थिति उत्पंन्न हुई है जबकि वास्तव में डोंगरीगुडा लौह अयस्क स्टॉकपाइल को आबंटित राशि निर्माणाधीन स्लरी पाइप लाइन परियोजना की राशि से अलग है।
तथ्यों। पर प्रकाश डालते हुए एनएमडीसी ने यह स्पष्ट किया कि ये दोनों अलग-अलग परियोजनाएं हैं और स्लरी पाइप लाइन परियोजना में शामिल सभी 61 प्रभावित गांवों के विकास के लिए एक समान राशि निर्धारित की गई है। एनएमडीसी ने जनता से राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रेक्चर पाइप लाइन के विकास के प्रति अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने की अपील की है।