बिप्लव कुंडू की रिपोर्ट-
पखांजुर। रविवार को गढचिरौली में सरेंडर कर चुकी महिला माओवादियों (Women Naxalites) ने मार्च निकाल कर नक्सलियों से आत्मसमर्पण (Surrender) करने की अपील की।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ( International Women’s Day) के मौके पर सरेंडर कर चुकी पूर्व नक्सली महिलाओं ने नक्सलवाद को गढचिरौली से हटाने की बात कही। नक्सलियों के खिलाफ उन्होंने नारेबाजी भी की।
नरकीय जीवन छोड़ कर चुनी समाज की मुख्यधारा
आत्मसमर्पण करने वाली महिलाओं ने आज नक्सलियों के खिलाफ मार्च करके नक्सल के खिलाफ एकजुट होकर महिला दिवस मनाया। जीवन की उन नारकीय यादों को अब वे याद भी नहीं करना चाहतीं। इन महिलाओं ने अन्य महिलाओं से भी आग्रह किया जो नक्सलवाद से गुजरी हैं और सुखी जीवन के लिए आत्मसमर्पण कर चुकी हैं ताकि उनके पास भी दुख का समय न रहे।
महिलाओं ने बताई अपनी पीड़ा
आत्मसमर्पण करने वाली जरीना ने कहा कि कक्षा 2 में पढ़ते समय, नक्सलियों ने मुझे बहुत कम उम्र में नक्सल में जाने के लिए मजबूर किया। वरिष्ठ तेलुगु नक्सली भर्ती और हमारे जैसे सामान्य आदिवासी महिलाओं को नक्सल में अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं। उसने कहा वह भी सरेंडर करने की अपील की। जल्द से जल्द नक्सलवाद से जुड़ी अन्य महिलाएं भी आत्मसमर्पण कर दें। पुलिस(Police) अधीक्षक ने इसकी प्रशंसा भी की है।