केरल। केरल में एनसीबी और भारतीय नौसेना ने संयुक्त अभियान चलाते हुए 12 हजार करोड़ की 2500 किलो मेथामफेटामाइन ड्रग्स पकड़ी है। नौसेना ने खेप के साथ एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को भी हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि ड्रग्स अफगानिस्तान से समुद्र के जरिए केरल लाई गई थी।
एनसीबी के मुताबिक, अब तक के ऑपरेशन में लगभग 3200 किलोग्राम मेथमफेटामाइन, 500 किलोग्राम हेरोइन और 529 किलोग्राम चरस जब्त की गई है। ये ऑपरेशन अफगानिस्तान से भारत में तस्करी की जा रही ड्रग्स के खिलाफ चलाया गया है।
हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री मार्ग पर हेरोइन और अन्य दवाओं की समुद्री तस्करी से होने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे को देखते हुए NCB के महानिदेशक एसएन प्रधान की अध्यक्षता में ‘ऑपरेशन समुद्रगुप्त’ लॉन्च किया गया। एनसीबी के ऑपरेशंस के उप महानिदेशक संजय सिंह की देखरेख में जनवरी 2022 में ये ऑपरेशन शुरू हुआ। ऑपरेशन का शुरुआती उद्देश्य नशीले पदार्थों को ले जाने वाले जहाजों पर रोक लगाने के लिए जानकारी इकट्ठा करना था।
इससे पहले NCB ने श्रीलंका और मालदीव के साथ ‘ऑपरेशन समुद्रगुप्त’ के दौरान कुछ जानकारियां साझा की, जिसके चलते दिसंबर 2022 और अप्रैल 2023 के महीनों में श्रीलंकाई नौसेना द्वारा चलाए गए दो अभियानों में 19 ड्रग्स तस्करों की गिरफ्तारी के साथ 286 किलोग्राम हेरोइन और 128 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की बरामदगी हुई।
भारतीय नौसेना के इंटेलिजेंस विंग के साथ संयुक्त अभियान जारी रखते हुए मकरान तट से भारी मात्रा में मेथम्फेटामाइन ले जाने वाले एक ‘मदर शिप’ की आवाजाही के बारे में खुफिया जानकारी मिली। मदर शिप बड़े समुद्री जहाज हैं। इस इनपुट के आधार पर नेवी ने समुद्र में जा रहे एक बड़े जहाज को इंटरसेप्ट किया था। जहाज से संदिग्ध मेथामफेटामाइन की 134 बोरियां बरामद की गईं और एक ईरानी नागरिक को भी हिरासत में लिया गया। बरामद बोरे, पाकिस्तानी नागरिक, रोकी गई नाव और मुख्य जहाज से बचाई गई कुछ अन्य वस्तुओं को 13 मई 2023 को मट्टनचेरी घाट, कोचीन लाया गया और आगे की कार्रवाई के लिए NCB को सौंप दिया गया।