भिलाई। डेढ़ माह पहले हुई युवक की हत्या मामले में भिलाई-3 (bhilai) पुलिस तह तक पहुंच गई है। अज्ञात मृतक की शिनाख्त कर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार (accused arrested) किया गया है। हत्या का कारण चोरी की घटना में मिले रुपए को हड़पने के दौरान वारदात को अंजाम देना सामने आया। इसलिए दोस्तों ने ही युवक की हत्या (murder) की थी।
मामले में पुलिस ने शव को भिलाई-3 से सोमनी नाले तक फेंकने में इस्तेमाल की गई कार, हत्या में प्रयुक्त डंडा सहित अन्य सामान भी जब्त कर लिया है। आरोपियों को न्यायालय (Court) में पेश कर जेल दाखिल किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (Additional Superintendent of Police) शहर संजय ध्रुव ने आज पत्रवार्ता में इसकी जानकारी दी। एएसपी ध्रुव ने बताया कि 29 सितंबर को ग्राम सोमनी के तेलहानाला में शव मिलने की सूचना मिली थी। पीएम रोपोर्ट के आधार पर धारा 302 भादवि 8 अक्टूबर को कायम कर विवेचना में लिया गया था।
मुखबिर (informer) की सूचना पर चारों संदेहियों को थाना लाए
एएसपी ने बताया मुखबिर से सूचना मिली कि शव मिलने के 2-4 दिन पहले विश्वबैंक कालोनी भिलाई-3 के खंडहर में एक अज्ञात व्यक्ति को पुरैना का रहने वाला उमेश नाग उर्फ मोटू अपने अन्य साथी विश्वबैंक कालोनी का रोहित तांडी, सौरभ यादव और कीर्तन सिन्हा मारपीट कर रहे थे। तस्दीकी के लिए चारों संदेहियों को अभिरक्षा में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो घटना का राज उगल दिया।
मृतक ने बताया था चोरी में मिला है बहुत पैसा
आरोपियों के अनुसार पुलिस ने बताया कि शांतिपारा भिलाई-3 का रहने वाला दीपू उर्फ सत्यम चौहान जो उमेश नाग से पूर्व का परिचित था। 25 सितंबर को रात्रि 2.30 बजे उमेश के साथ दोनों कालोनी के खंडहर में गए। इस दौरान उमेश ने अपने अन्य तीन साथी रोहित तांडी, कीर्तन सिन्हा और सौरभ यादव को शराब पीने के लिए बुला लिया। इसी दौरान मृतक दीपू उर्फ सत्यम चौहान ने साथियों को बताया कि वह एक जगह चोरी की है जहां से बहुत पैसा मिला है।
चारों ने मृतक की खूब पीटाई की
मृतक द्वारा चोरी की बात सुनी तो चारों दोस्तों ने उस पैसे पर हक जताने लगे। बहुत देर तक जब मृतक ने इसकी जानकारी नहीं दी, तो आवेश में आकर उमेश नाग व तीनों साथियों ने मदार पेड़ की डाली तोड़कर मृतक पर लगातार वार करते रहा।
शव को ठिकाना लगाने पड़ोसी से झूठ बोलकर मांगी कार
उसके बाद मृतक के शव को ठिकाने लगाने के लिए सौरभ यादव ने झूठ बोल अपने पड़ोसी रूद्रा सिंह राजपूत से कार बेगन आर, सीजी 04-एच, 5279 मांगी। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। कार्रवाई में थाना प्रभारी विनय सिंह बघेल, उप निरीक्षक प्रकाश शुक्ला, सउनि राजेश पांडेय, आर राकेश सिंह, संदीप सिंह, कृष्णा सिंह, विजय सिंह, हरीश राव, राजेश चंदौल की भूमिका रही।