रायपुर। नगर निगम (Municipal Corporation) में टैक्स (Tax) वसूली को कैसे शूली पर चढा दिया गया है इसकी बानगी देखिए। बिजली विभाग यानि छत्तीसगढ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (Chhattisgarh State Power Distribution Company Limited,) को अब नगर निगम (Municipal Corporation) के अधिकारियों (officers) ने 91 लाख के टैक्स जमा करने का नोटिस जारी किया है। ये एमाउंट पूरे दस साल का है। यानि दस सालों से निगम का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी उधर फटका तक नहीं।
अधिकारियों को नहीं है फुर्सत:
नगर निगम के अधिकारियों को इतनी भी फुर्सत नहीं कि बिजली विभाग जैसे सरकारी विभागों में बकाया करोड़ों का टैक्स वसूल लें। अब आखिर अधिकारी भी तो निगम के हैं न लिहाजा निगम रहते हैं। टैक्स आए या न आए उनकी बला से। कोई पूछने वाला तो है नहीं कि इस महीने की रिपोर्ट क्या है दिखाओ। 10 सालों से ऐसी ही भर्राशाही चल रही है। अधिकारी आराम से वेतन भत्ते लेकर आराम फरमा रहे हैं और निगम की कमर लगातार टेढी हुई जा रही है।
सीएसपीडीसीएल को थमाया नोटिस:
नगर निगम के तमाम वार्डों में लगे ट्रांसफार्मरों के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने पिछले दस साल के बकाए का नोटिस तामील किया है। ऐसे में सवाल तो ये भी उठता है कि आखिर नौसाल तक ये अधिकारी कर्मचारी करते क्या रहे। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को क्यों निगम के कार्यालय तलब नहीं किया। ऐसे और कितने विभाग हैं जिनका मोटा पैसा बतौर टैक्स निगम के खाते में बकाया है। क्या उनको भी नोटिस जारी किया गया है। अगर नहीं तो कब तक जारी किया जाएगा।