सूरजपुर/जरही। मनरेगा के सभी अधिकारी और कर्मचारी 4 अप्रैल से हड़ताल पर चले गये है जिससे मनरेगा का पूरा कामकाज ठप हो गया है। मनरेगा महासंघ के बैनर तले सभी अधिकारी कर्मचारी और रोजगार सहायक संघ अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है।
इन अधिकारीयों का कहना है कि छत्तीसगढ़ की सरकार ने घोषणा पत्र में जो वादा किया था उस वादे को निभाये और मनरेगा अधिकारी कर्मचारियों का नियमतिकरण करें। नियमतिकरण की प्रकिया पूर्ण होने तक रोजगार सहायकों के ग्रेड पे का निर्धारण करें। हम सभी अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल में उतर आए हैं जब तक हमारी मांग पूरी नही होती यह हड़ताल जारी रहेगी। समस्त छत्तीसगढ़ में काम बंद कलम बन्द हड़ताल जारी है ।
मनरेगा महासंघ के बैनर तले समस्त छत्तीसगढ़ के मनरेगा अधिकारी कर्मचारी और रोजगार सहायक हड़ताल पर, मनरेगा कार्य ठप
मनरेगा ग्रामीण अर्थव्यस्था की रीढ़ होती है जिसका संचालन का प्रमुख जिम्मा मनरेगा के रोजगार सहायकों और अधिकारी कर्मचारियों का होता है इनके हड़ताल में चले जाने से सारे मनरेगा कार्य बंद हो गये है जिससे मनरेगा मजदूरों के सामने गहरा संकट आ गया है जबकि सरकार की अन्य कई कार्यो में भी मनरेगा कर्मी की सहभागिता रहती है इनके हड़ताल में चले जाने से सरकार के महत्वपूर्ण विकास के कार्य भी प्रभावित हो रहें हैं। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की महवपूर्ण योजनाएं भी प्रभावित हो रही है इधर समस्त छत्तीसगढ़ के मनरेगा अधिकारी कर्मचारी अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर उतर गये हैं।
सूरजपुर जिले में भी दिखा हड़ताल का असर
मनरेगा महासंघ के बैनर तले 4 अप्रैल से समस्त छत्तीसगढ़ में हड़ताल का आह्वाहन कर दिया गया है। जिसका असर सूरजपुर जिले में भी देखने को मिल रहा है, यहां सभी कार्य बंद हो गये है और जिला मुख्याल के रंगमंच मैदान में बड़ी संख्या में मनरेगा के अधिकारी कर्मचारी और रोजगार सहायक शामिल होकर सरकार से दो सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल के समर्थन में उतर गये हैं।