
रायपुर। रायपुर की रेलवे पुलिस ने कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल का मोबाइल फोन चुराने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन चोरों ने विधायक के अलावा और भी लोगों को अपना शिकार बनाया है। आरोपियों ने दो दिन पहले वारदात को अंजाम दिया था।
दरअसल, मनेंद्रगढ़ से कांग्रेस के विधायक विनय जायसवाल अंबिकापुर जाने के लिए रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। यहां उनके हाथ में महंगा आईफोन देखकर पहले से ही स्टेशन में मौजूद, इन चोरों की नीयत बिगड़ी और इन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस ने इस मामले में 32 साल के शिव कुमार महतो, 20 साल के अंकित कुमार पासवान और इनके एक नाबालिग साथी को पकड़ा है। तीनों झारखंड के साहिबगंज जिले के रहने वाले हैं। घटना को अंजाम देने के बाद इनकी प्लानिंग झारखंड भागने की थी।
आरोपियों के पास से पुलिस को दो दर्जन से ज्यादा मोबाइल फोन मिले हैं। 28 अलग-अलग लोगों को इन्होंने अपना शिकार बनाकर उनके फोन चुराए थे। रायपुर के अलग-अलग इलाकों से इन मोबाइल को चुराया गया था। यह अक्सर भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाकर मोबाइल फोन चुराया करते थे। रायपुर रेलवे स्टेशन से कई फोन चोरी करके फरार हो चुके थे। विधायक का फोन चोरी करने के बाद पुलिस ने मुस्तैदी से इनकी तलाश की और आखिरकार ये पकड़े गए।
रायपुर जीआरपी की टीम लगातार सीसीटीवी फुटेज की मदद से विधायक का मोबाइल फोन चुराने वाले आरोपियों की तलाश में थी। इस बीच जानकारी मिली कि इस घटना को अंजाम देने में झारखंड के किसी गिरोह का हाथ हो सकता है। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही थी और रायपुर रेलवे स्टेशन कैंपस में संदिग्धों की जांच की जा रही थी। 2 दिन पहले विधायक का मोबाइल फोन चुराने के बाद आरोपी छिपे हुए थे और शुक्रवार को रेलवे स्टेशन पहुंचकर झारखंड भागने की तैयारी में थे।
तभी पुलिस ने इनसे पूछताछ की, ये घबराने लगे तो पुलिस का शक मजबूत हुआ। इन्हें हिरासत में लिया गया। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद तीनों बदमाशों ने अपना जुर्म कबूला। बदमाशों ने बताया कि विधायक जब रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे तब उनकी जेब में रखे आईफोन पर इनकी नजर पड़ी। ये जानते थे कि मोबाइल के इस मॉडल की कीमत बाजार में लाख रुपए से अधिक है। यह लगातार मोबाइल पर नजर बनाएं हुए थे और जैसे ही यात्रियों की भीड़ बढ़ी तो मौका पाकर विधायक के बॉडीगार्ड के पास से मोबाइल पार कर दिया था।
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि शिवकुमार महतो और उसका साथी अंकित पासवान रायपुर के देवेंद्र नगर और फाफाडीह इलाके में किराए का मकान लेकर रहते थे। यह दोनों साड़ी बेचने का काम किया करते थे। मौका पाकर अक्सर भीड़भाड़ वाली जगहों पर मोबाइल चोरी की घटना को भी अंजाम देते थे।