
रायपुर। एक बार फिर से राजधानी के एक सत्तासीन नेता के भतीजे द्वारा मारपीट करने का वीडियो सामने आया है. जानकारी के अनुसार यह घटना 7 नवंबर की है, जिसमें नया रायपुर के एक क्लब में नेता का भतीजा एक युवक को लोहे की रॉड से मारते हुए दिखाई दे रहा है. युवक के साथ-साथ उसके साथी भी युवक को मारते है। इतना ही नहीं बल्कि पास खड़ी लड़की के साथ भी बदतमीजी करते हैं.
चौंकाने वाली बात यह है कि मारपीट के दिन के वीडियो वायरल हो चुके हैं इसके बावजूद पुलिस ने इस पर अभी तक संज्ञान नहीं लिया है.
बताया जा रहा है कि जिस युवक को नेता के भतीजे ने मारा वह बिलासपुर से आया था. वह रायपुर के रिश्तेदारों के साथ नया रायपुर के क्लब में पहुंचा था। जहां नेता के भतीजे पहले से मौजूद था और नशे में धुत्त था. यहां नेता के भतीजे ने युवक के साथी आई युवती के साथ दुर्व्यवहार किया. जब युवक ने विरोध किया तो अपने साथियों के साथ उस पर टूट पड़ा.
कई बार क्लब में कर चूका है मारपीट
इस मामले पर क्लब संचालक बताते हैं कि यह पहली बार नहीं है कि नेता के इस भतीजे द्वारा मारपीट का पहला मामला है, आए दिन इसके द्वारा क्लब में आने वाली लड़कियों से छेड़छाड़ करने और विरोध करने पर उनके पुरूष साथियों से मारपीट करने बल्कि सिर में बीयर की फोड़ने तक कि जानकारी मिलती है। लेकिन यह रसूख के दम पर पुलिस की कार्रवाई भी रुकवा लेता है। बताया जाता है कि अधिकारीयों को धमकाता है कि उसके चाचा बड़े नेता है, सीधे नक्सल बेल्ट में ट्रांसफर करवा दूंगा।
क्लबों को करना चाहता है टेक ओवर
इस मामले को प्रशासन भी दबाने पर तुला है. वहीं इस घटना के बाद अलग-अलग क्लब के मालिक यह भी बताते हैं कि आरोपी खुद रायपुर शहर के सभी क्लबों को टेक ओवर करना चाहता है ताकि वह नशे का कारोबार कर सके. इसलिए वह जानबूझकर पहले क्लब में अपने लड़कों से झगड़ा करवाता है उसके बाद पुलिस की रेड करवा कर अपना रसूख दिखाता है. जिसके बाद क्लब मालिक पर दबाव डालकर क्लब हैंड ओवर करने कहता है। क्लब मालिक के इंकार करने पर वह लगातार क्लब में अपने लड़कों को भेजकर इस प्रकार की घटनाएं करवाता रहता है.
पुलिस का डंडा सिर्फ आम लोगों के लिए
क्लब मालिक बताते हैं कि इस घटना के बाद 13 नवंबर भी इसी क्लब में इसी युवक ने एक लड़की से छेड़छाड़ कर दी थी. जिस पर उसके बॉयफ्रेंड ने विरोध किया, नेता के भतीजे रुका नहीं तो बॉय फ्रेंड ने उसे बुरी तरीके से मारा। जिसके बाद रातों-रात युवक का बाप मौके पर पहुंचा और मामले को रफा-दफा करवाया. लगातार नेता के रिश्तेदार द्वारा अपराध करने और पुलिस द्वारा इस पर संज्ञान नहीं लेने पर अब लोग भी पुलिस विभाग पर उंगली उठाने लगे हैं और सीधा कह रहे हैं कि जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का… जब तक आरोपी युवक का चाचा सत्ता में है. पुलिस इस पर हाथ नहीं डाल पाएंगे. वहीं लोग मुख्यमंत्री के द्वारा अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर भी सवाल उठाने लगे हैं.