पलामू: मेदिनीनगर में पंजाब नेशनल बैंक के लॉकर से जेवर गायब करने का मामला सामने आया है इस मामले में पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने एक किलो 395 ग्राम सोने के जेवर भी बरामद किये हैं. डिप्टी मैनेजर को मदद करने वाले दो मुख्य आरोपी ओमप्रकाश चंद्रवंशी उर्फ रिशु व मनोज सिंह फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बुधवार को बताया कि फरवरी में ही गुरजीत सिंह और एनएन तिवारी के लॉकर से जेवर गायब होने का मामला सामने आया था. उस वक्त डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार व शाखा प्रबंधक गंधर्व कुमार ने मामले को दबा दिया और ग्राहक से समझौता कर जेवर लौटा दिया था. इस प्रकार मामला दबा दिया गया. जिसके बाद 14 सितंबर को कृषि वैज्ञानिक अशोक कुमार सिन्हा का जब लॉकर आपरेट नहीं हुआ और उसे तोड़ने के बाद जेवर नही मिले.
जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में भी मामले में डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार की भूमिका संदिग्ध पायी गयी, क्योंकि घटना के बाद कुछ दिनों के लिए डिप्टी मैनेजर बैंक में अनुपस्थित थे. इसी बीच पुलिस को यह जानकारी मिली कि लॉकर का जेवर स्वर्ण व्यवसायी प्रशांत उर्फ पिंटू सोनी ने खरीदा है. जब पिंटू से पुलिस ने पूछताछ की, तो उसने अपना दोष स्वीकार कर लिया.
इसके साथ ही यह बताया कि डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार छह-सात माह से जेवर बंधक रखने का कारोबार कर रहे हैं. साथ ही बड़े व्यवसायी कपिल व जितेंद्र सोनी उर्फ रसगुल्ला के साथ भी डिप्टी मैनेजर का संबंध है और वहीं पर ब्याज पर लॉकर का जेवर रखा गया है. जितेंद्र और कपिल ने पुलिस को बताया कि पिंटू ने ही लॉकर का जेवर बंधक पर रखा है. जितेंद्र ने यह बताया कि जो सोना गिरवी रखा गया था, उस पर उसने आइसीआइसीआइ बैंक से गोल्ड लोन ले रखा है.
इस बयान के बाद पुलिस ने बैंक से इसका सत्यापन कराया, जिसमें जितेंद्र के बयान की पुष्टि हुई है. इस मामले में मोहित सोनी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.इस मामले में आरोपी शाखा प्रबंधक गंधर्व कुमार, डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार, मकबूल अंसारी, प्रशांत उर्फ पिन्टु सोनी, राजेश गुप्ता, वसीम आलम, कलाम, कपिल सोनी, जितेंद्र सोनी उर्फ रसगुल्ला, मोहित सोनी, शिवम सोनी, अब्दुला अंसारी, रवि खत्री की गिरफ्तारी कर लिया गया है.