
पाखंजुर से बिप्लब कुण्डू की रिपोर्ट-
परलकोट। कांकेर के विकासखंड कोयलीबेड़ा़ ( Block Koilibeda) के पड़ेगा गांव में लगता है भारत सरकार ( Government of India) का कानून नहीं चलता । तभी तो सहायक सचिव दामजी राम अचला तमाम सरकारी नियम कायदे को ठेंगा दिखाकर मनरेगा मजदूरों से लगातार मजबूरी करवा रहे हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Primeminister Narendra Modi) और प्रदेश केेेे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chiefministet Bhupesh Baghel) जहां लोगों से भीड़ से बचने की सलाह दे रहे हैं। तो वही पड़ेंगा गांव के सहायक सचिव शुक्रवार को 50 मजदूरों को इकट्ठा करके काम करवा रहे थे । यहां सरेआम सरकारी लाक डाउन (lock down) को ठेंग दिखाया जा रहा था। इतना ही नहीं इन गरीब मजदूरों की जिंदगी से सरेआम खिलवाड़ किया जा रहा है।
किसने दिया ये अधिकार
ऐसे समय में जब देश कोरोना वायरस ( corona virus) के संकट से जूझ रहा हो। पूरे देश में लॉक डाउन हो । ऐसे समय में इस सहायक सचिव को मनरेगा का काम कराने का अधिकार किसने दिया ? किसके आदेश पर वह इस काम को करवा रहा था ? जबकि पूरा देश लॉक डाउन का पालन कर रहा है। इन्हीं सारे सवालों के उत्तर जानने के लिए जब एडिटरजी के संवाददाता विप्लब कुंडू वहां पहुंचे , तो सहायक सचिव वहां से फरार हो गया। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसी लापरवाही का खामियाजा लोग क्यों भुगतें ?