नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने आज पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है. मतदान 10 फरवरी से होगा और इसके नतीजे 10 मार्च को आ जाएंगे। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के साथ पंजाब, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर में तारीखों की घोषणा होते ही सियासी तापमान बढ़ चुके है. इलेक्शन डेट्स की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. READ MORE: BIG BREAKING : पांच राज्यों की चुनाव की तारीखों का ऐलान, एक घंटे ज्यादा होगा मतदान, उम्मीदवारों को 40 लाख खर्च करने की अनुमति…
पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में एक फेज में होंगे चुनाव. 14 फरवरी को पंजाब गोवा और उत्तराखंड में मतदान होगा.
यूपी में 10 फरवरी से वोटिंग
उत्तर प्रदेश में पहले फेज का 10 फरवरी से मतदान होगा. दूसरा फेज-14 फरवरी , तीसरा फेज- 20 फरवरी, चौथा फेज- 23 फरवरी, पांचवां फेज- 27 फरवरी, छठा पेज- 3 मार्च, सातवां फेज- 7 मार्च, मतगणना- 10 मार्च
विजय जुलूस पर रोक – चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव प्रचार डिजिटल, वर्चुअल, मोबाइल के जरिए करें. फिजिकल प्रचार के पारंपरिक साधनों का इस्तेमाल कम से कम करें. इसके अलावा रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक कोई प्रचार, जन संपर्क राजनीतिक पार्टियां नहीं कर सकेंगी. विजय जुलूस नहीं निकाला जा सकेगा. विजय उम्मीदवार दो लोगों के साथ प्रमाण पत्र लेने जाएंगे. पार्टियों को तय जगहों पर ही सभा करने की अनुमति होगी. सभी पार्टियों और उम्मीदवारों को अंडरटेकिंग देनी होगी कि वे कोविड गाइड लाइन का पालन सख्ती से करेंगे.
इसके साथ ही 15 जनवरी तक रोड शो, रैली, साइकिल रैली पद यात्रा तक रोक पूर्ण रुप से रोक लगा दी है. 15 जनवरी के बाद पर इस पर विचार किया जाएगा.
मतदान का समय बढ़ाया गया
चुनाव आयोग ने एक बड़ा ऐलान भी किया है, मतदान के लिए समय को एक घंटा बढ़ा दिया गया है. ऐसा कोरोना की वजह से किया गया है. चुनाव के समय की घोषणा अधिसूचना जारी करने के वक्त की जाएगी.
90 प्रतिशत वोटिंग करना लक्ष्य
CEC सुशील चंद्र ने कहा है कि मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू हो गया है. चुनाव आयोग के अनुसार वोटर गाइड भी मिलेगी पहली बार वोट डालने वालों को. आयोग उनको निजी तौर पर चिट्ठी भी देगा. कम वोटिंग प्रतिशत वाले बूथों पर स्वीप एक्टिविटीज से इसे बढ़ाया जाएगा. चुनाव आयोग ने कहा है कि 60 से 70 फीसद संतोषजनक नहीं है. 90 फीसद से ज्यादा करना आयोग का लक्ष्य है.
5 राज्यों में 18.34 करोड़ मतदाता
CEC सुशील चंद्राने कहा कि इस बार पांच राज्यों के चुनाव में कुल 18.34 करोड़ मतदाता हैं, इनमें सर्विस मतदाता भी शामिल हैं. इनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं. कुल 24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे. इनमें से 11.4 लाख लड़कियां पहली बार वोटर बनीं हैं. सभी बूथ ग्राउंड फ्लोर पर होंगे, ताकि लोगों को सुविधा हो. बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क उपलब्ध होगा.
कोविड सेफ चुनाव कराना प्राथमिकता- CEC
CEC सुशील चंद्राने कहा कि चुनाव आयोग ने 3 लक्ष्यों पर काम किया है. ये लक्ष्य हैं Covid safe elections, आसान इलेक्शन, और मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी