
नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा मामले को लेकर देश में राजनितिक सरगरमी तेज है. वहीं बुधवार को कांग्रेस के बड़े नेता पीड़ित परिवार से मिलने के लिए काफी मसक्कत करनी पड़ी. सीतापुर में राहुल गाँधी अपनी बहन प्रियंका गाँधी से के मिलने के बाद राहुल ,प्रियंका गांधी , छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी सहित कई बड़े नेता लखीमपुर खीरी पहुंचकर रविवार को हुए हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों से मिले.
Congress leaders Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra arrive at farmer Lovepreet Singh's residence who lost his life during a violence in Lakhimpur Kheri on Sunday. pic.twitter.com/mQPYWcmqEx
— ANI UP (@ANINewsUP) October 6, 2021
उत्तरप्रदेश यात्रा के दौरान राहुल गाँधी की लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मी से मामूली नोकझोंक हुई थी.
लखनऊ पहुंचने के बाद राहुल गाँधी से यूपी पुलिस के वाहन से जाने को कहा गया था तो उन्होंने कहा, ‘मेरे परिवहन का इंतजाम करने वाले आप कौन हैं. मैं अपनी कार से जाना चाहता हूं.’
वहीं प्रशासन के इस रवैये को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा, “अगर प्रशासन हमें जाने की अनुमति दे रहा है तो हम सिर्फ अपनी गाड़ियों में जाएंगे, किसी कैद में नहीं।”
अगर प्रशासन हमें जाने की अनुमति दे रहा है तो हम सिर्फ अपनी गाड़ियों में जाएंगे, किसी कैद में नहीं।#लखीमपुर
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 6, 2021
लखीमपुर हिंसा मामले में बुधवार को हुई घटनाक्रम से जुड़ी बातें –
आज केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित एक कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर जाकर मारे गए किसानों के परिजनों से मिलने की इजाजत दे दी गई है.राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, केसी वेणुगोपाल,रणदीप सुरजेवाला और दीपेंदर हुड्डा भी लखीमपुर पहुंचे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे.
वहीं आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद संजय सिंह को भी लखीमपुर जाने की इजाजत दे दी गई थी. लखीमपुर मामले को लेकर ‘आप’ में चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया था.
यूपी के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी (गृह) अवनीश कुमार अवस्स्थी के हवाले से न्यूज एजेंसी पीटीआई से जानकारी दी थी कि सभी पार्टियों को लखीमपुर जाने की इजाजत दे दी गई है लेकिन केवल पांच सदस्य ही वहां जाने की इजाजत होगी.
छत्तीसगढ़ और पंजाब की सरकारों ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिजन को 50-50 लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है.
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लखीमपुर खीरी में हिंसा के दौरान किसानों की मौत को लेकर केंद्र पर निशाना साधा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पीड़ितों के परिवारों के लिए न्याय सुनिश्चित करने को कहा. केजरीवाल ने यह भी मांग की कि मामले के आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को पद से हटाया जाए जिनका बेटा इस घटना में आरोप है. उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि मामले के संबंध में अब तक किसी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है?
सचिन पायलट ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा. पायलट ने कहा, ” यूपी सरकार बताए कि हमें जगह-जगह क्यों रोका जा रहा है. अपराधी जो एफआईआर में नामज़द है, अजय मिश्रा का बेटा वो खुला घूम रहा है. यूपी में सरकार आखिरकार क्या छुपाना चाह रही है?
लखीमपुर घटना को लेकर केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा ने मंगलवार को स्वीकार किया था कि जिस कार ने किसानों को कुचला था वह कार उनकी थी.लेकिनवो और उनके बेटे आशीष मिश्रा घटना के समय मौजूद नहीं थे.
लखीमपुर हिंसा मामले में आशीष का नाम पुलिस की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में है.गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. फ़िलहाल इस मामले में आगे की कार्यवाही चल रही है.