
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टी20 मैच के दौरान रवींद्र जडेजा के चोटिल होने के बाद कन्कशन को लेकर विवाद हुआ था। जडेजा की जगह पर गेंदबाजी के लिए युजवेंद्र चहल को सब्सीट्यूट के तौर पर टीम में शामिल किया गया। ऑस्ट्रेलिया की टीम की तरफ से इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की गई थी।
पूर्व भारतीय कप्तान और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुंबले ने कहा कि फिल ह्यूज के साथ हुई दुखट घटना के बाद कुछ साल पहले ही इस नियम को बनाने पर मजबूर होना पड़ा। एक सब्सीट्यूट खिलाड़ी को शामिल किए जाने का नियम लाया ताकि जब किसी के सिर पर चोट लगे और कन्कशन एक बहुत बड़ी चीज होती है।
मुझे पता है कि जडेजा को मांसपेशी में खिंचाव आया था इससे पहले की उनको सिर पर चोट लगी। जब भी हम इस बात को कहते हैं कि उनको सिर पर चोट लगी थी तो इसका रिप्लेसमेंट से कोई लेना देना नहीं है। मुझे नहीं लगता कि फीजियो को बुलाना उनका फैसला नहीं था। यह तो अंपायर का फैसला होता है कि वह खेल को रोकें और फीलियो को मैदान पर बुलाएं।