कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम होगें प्रदेश के अगले कांग्रेस अध्यक्ष, राज्य में पहली बार होगा बस्तर से कांग्रेस अध्यक्ष
रायपुर। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अगले अध्यक्ष होगें। सूत्रों से पता चला है कि हाईकमान ने मरकाम के नाम को हरी झंडी दे दी है। हालाकि अभी कोई अधिकारिक घोषणा नहीं की गई।
गौरतलब है कि राज्य बनने के बाद बस्तर के किसी नेता को पीसीसी अध्यक्ष बनने का अवसर नहीं मिला है। वैसे, राज्य बनने से पहिले भी मध्यप्रदेश के समय में छत्तीसगढ़ से अध्यक्ष हुए लेकिन, वे भी बस्तर के बाहर से रहे। अगर ऐसा हुआ तो मोहन मरकाम पहले अध्यक्ष होगें जो कि बस्तर से होगें।
इस संबंध में मोहन मरकाम ने कहा कि उन्हें भी मीडिया से पता चला है कि मुझे पीसीसी का चीफ बनाया जा रहा है। अभी मेरे पास पार्टी से कोई आदेश नहीं आया है। बता दें कि बस्तर से दो नाम भेजे गए थे जिसमें मोहन मरकार के अलावा दूसरा नाम मनोज मंडावी का था जिसमें मरकाम ज्यादा प्रभावकारी साबित हुए है।
मौजूदा समय में पीसीसी चीफ का दायित्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ही पास है और वे कई मौकों पर खुद इस दायित्व को किसी नए चेहरे को सौंपने की बात कह चुके हैं। वैसे, लोकसभा चुनाव के बाद पीसीसी चीफ पर नाम की घोषणा होनी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों के कारण मामला गड़बड़ा गया। नतीजों के बाद एआईसीसी चीफ राहुल गांधी ने इस्तीफ़े की पेशकश कर दी जिसके बाद से अब तक उहापोह की स्थिति बनी हुई है।
कोडागांव से विधायक मोहन मरकाम
कोडागांव से विधायक मोहन मरकाम सरल सहज हैं और पार्टी के सभी सीनियर नेताओं से उनके अच्छे संबंध हैं। हालांकि, टीएस सिंहदेव से उनकी नजदीकियां अधिक है। लेकिन, सीएम भूपेश बघेल से भी उनके करीबी संबंध हैं।
मोहन मरकाम 2013 और 2019 लगातार दो बार के विधायक हैं, उन्होने लता उसेंडी को हराया। सदन में उनकी सक्रियता चर्चाओं में रहती है। मोहन मरकाम दो महीने शिक्षाकर्मी रहे तो लंबे अरसे तक एलआईसी के विकास अधिकारी भी। पचास वर्षीय यह नेता संगठन में कई जवाबदेही संभाल चुका है,ब्लाक अध्यक्ष से लेकर मौजुदा समय में एआईसीसी का हिस्सा मोहन मरकाम हैं।
इधर, मोहन मरकाम को पीसीसी चीफ बनाने के बाद अटकलें हैं कि अमरजीत भगत को अब मंत्री पद मिल सकता है। हाल ही में सिंहदेव ने मीडिया से बातचीत में संकेत दिए थे कि बारहवां मंत्री सरगुजा से हो सकता है। जबकि, इससे पहिले वे अमरजीत को मंत्री या पीसीसी चीफ का अध्यक्ष बनाने की लगातार खिलाफत करते रहे हैं।
चूकि, पार्टी ने उनके करीबी मरकाम को बड़ी जिम्मेदारी देने का फैसला कर लिया है तो ऐसे में मंत्री पद के लिए अमरजीत का रास्ता क्लियर समझा जा रहा है। समझा जाता है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के पिछले हफ्ते दिल्ली दौरे में इस पर निर्णय हुआ। बघेल और सिंहदेव ने कांग्रेस अध्य़क्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। सियासी सूत्रों का कहना है, इसी मुलाकात में पीसीसी चीफ और मंत्री पद का फैसला हुआ होगा।