
नई दिल्ली। राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री ने रविवार को कृषि से जुड़े दो बिलों को राज्यसभा में पेश किया। दोपहर बाद इस पर वोटिंग के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने वेल में जाकर जमकर नारेबाजी की। तृणमूल सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने उपसभापति हरिवंश का माइक तोड़ने की कोशिश की। उन्होंने सदन की रूल बुक फाड़ दी। सदन की कार्यवाही जारी रखने के लिए मार्शलों को बुलाना पड़ा।
इसके पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि दोनों बिल ऐतिहासिक हैं, इनसे किसानों की जिंदगी बदल जाएगी। किसान देशभर में कहीं भी अपना अनाज बेच सकेंगे। मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि बिलों की संबंध न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नहीं है।
कांग्रेस ने इसका जोरदार विरोध शुरू कर दिया है। कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि वह और उनकी पार्टी किसानों के डेथ वॉरंट पर साइन नहीं करेंगे। राहुल गांधी ने भी ट्वीट करके सरकार पर निशाना साधा। लिखा- मोदी जी किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बना रहे हैं। जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा।
कांग्रेस दलालों के साथ खड़ीः वाईएसआरसीपी सांसद
वाईएसआरसीपी सांसद पीपी रेड्डी ने कांग्रेस पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने सदन में कहा, श्श् कांग्रेस के पास इस बिल के विरोध का कोई कारण नहीं है। कांग्रेस दलालों के साथ खड़ी है। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी किसानों से जुड़े बिल का विरोध किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके सभी विपक्षी दलों से इस बिल के विरोध में वोटिंग करने को कहा है।